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Ramlala: प्राण प्रतिष्ठा से पहले हुई बड़ी चूक, रामलला की वायरल तस्वीरों से पूजारी नाराज

Rajesh kumar • LAST UPDATED : January 20, 2024, 11:12 am IST
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Ramlala: प्राण प्रतिष्ठा से पहले हुई बड़ी चूक, रामलला की वायरल तस्वीरों से पूजारी नाराज

Shri Ram Janmabhoomi Teerth Kshetra Chief Priest Acharya Satyendra Das

India News, (इंडिया न्यूज), Ramlala: राम मंदिर ‘प्राण प्रतिष्ठा’ समारोह से पहले राम जन्मभूमि के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येन्द्र दास ने अपनी नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने कहा कि जहां नई प्रतिमा है, वहां प्राण प्रतिष्ठा के नियमों का पालन किया जा रहा है। अभी शरीर को कपड़े से ढका गया है, जो प्रतिमा खुली हुई दिखाई गई है वह सही नहीं है। प्राण प्रतिष्ठा से पहले आंखें नहीं खुलेंगी। अगर ऐसी तस्वीर आ रही है तो इसकी जांच की जाएगी कि ये किसने किया है।

समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, भगवान राम की मूर्ति पर श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येन्द्र दास ने कहा कि प्राण प्रतिष्ठा पूरी होने से पहले भगवान राम की मूर्ति की आंखें नहीं दिखाई जा सकतीं। जिस मूर्ति में भगवान राम की आंखें नजर आ रही हैं वह असली मूर्ति नहीं है। अगर आंखें देखी जा सकती हैं तो आंखें किसने दिखाईं और मूर्ति की तस्वीरें कैसे वायरल हो रही हैं इसकी जांच होनी चाहिए।

राम मंदिर ‘प्राण प्रतिष्ठा’ से पहले पीएम मोदी के 11 दिवसीय ‘अनुष्ठान’ पर श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येन्द्र दास का कहना है कि ‘जो व्यक्ति ‘अनुष्ठान’ करता है उसे फर्श पर सोना पड़ता है, झूठ नहीं बोलता, ‘गायत्री मंत्र’ का जाप करता है, पत्तों पर भोजन करना पड़ता है और ‘ब्रह्मचर्य’ का पालन करना पड़ता है।

आपको बता दें कि गुरुवार देर रात श्रीराम मंदिर के गर्भगृह से रामलला की नई तस्वीर सामने आई थी। इस तस्वीर में भगवान का चेहरा ढका हुआ रखा गया था। इसके बाद शुक्रवार सुबह 9 बजे एक और तस्वीर सामने आई। इस तस्वीर में उनका पूरा रूप देखा जा सकता है। रामलला के एक हाथ में धनुष और दूसरे हाथ में तीर है। रामलला के अभिषेक अनुष्ठान के चौथे दिन शुक्रवार को सुबह 9 बजे अरणी मंथन के माध्यम से अग्नि छोड़ी गई।

चयनित मूर्ति की विशेषताएं

गर्भगृह में स्थापित मूर्ति अनेक गुणों से युक्त है। श्याम शिला की आयु हजारों वर्ष है, यह जलरोधक है। चंदन, रोली आदि लगाने से मूर्ति की चमक पर कोई असर नहीं पड़ेगा। रामलला की मूर्ति की पैर के अंगूठे से लेकर माथे तक की कुल ऊंचाई 51 इंच है। चयनित मूर्ति का वजन लगभग 150 से 200 किलोग्राम है। मूर्ति के ऊपर मुकुट और आभामंडल होगा। श्री राम की भुजाएं घुटनों तक लंबी हैं। मस्तक सुन्दर, आँखें बड़ी और माथा भव्य है। यह मूर्ति कमल के फूल पर खड़ी मुद्रा में होगी, जिसके हाथों में धनुष और बाण होगा। मूर्ति में पांच साल के बच्चे की बालसुलभ कोमलता झलकेगी।

मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा

22 जनवरी को सुबह रामलला की मूर्ति का पूजन और दोपहर में मृगशिरा नक्षत्र में रामलला का अभिषेक किया जाएगा। श्री राम लला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा पीएम नरेंद्र मोदी करेंगे। रामलला रामनगरी की पंचकोसी परिक्रमा करेंगे और अयोध्या के मंदिरों में दर्शन-पूजन करेंगे।

प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम बेहद भव्य होगा। प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल होने के लिए राजनीति, सिनेमा, खेल और अध्यात्म जगत की कई हस्तियों को आमंत्रित किया गया है। इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, लोकप्रिय क्रिकेटर, मशहूर हस्तियां, उद्योगपति, संत, विभिन्न देशों के प्रतिनिधि शामिल होंगे।

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