संबंधित खबरें
Manipur को लेकर PM Modi ने उठाया ये बड़ा कदम, सुनकर विपक्ष के कलेजे को मिल गई ठंडक
गंदे कपड़े पहनकर जब शख्स पहुंचा बैंक, बोला मेरा खाता…, अकाउंट में जमा पैसा देख मैनेजर के उड़ गए होश, फिर जो हुआ सुनकर मुंह को आ जाएगा कलेजा
जिस टैंकर से जयपुर में मची तबाही…कैसे बचा उसका ड्राइवर? खुलासे के बाद पुलिस का भी ठनका माथा
जम्मू-कश्मीर में बड़ा हादसा, सेना का वाहन गहरी खाई में गिरने से 5 जवानों की मौत
महज 4 महीने में ही पति को खोने के बाद पत्नी ने स्पर्म सुरक्षित करने की रखी मांग, सुनकर उलझन में पड़ गए डॉक्टर, फिर इस तरह मानी महिला
शहरी विकास चुनौतियों पर स्थायी समिति की रिपोर्ट: आवास और शहरी मामलों में समस्याएं
इंडिया न्यूज, काठमांडू: केंद्र सरकार की भारतीय सेनाओं के लिए लाई गई स्कीम अग्निपथ का भारत में खूब विरोध हुआ। अभी भी केंद्र सरकार की इस नई योजना के खिलाफ सैकड़ों केस दिल्ली हाईकोर्ट में सुनवाई अधीन हैं। केंद्र सरकार जहां देश के डिफेंस में इसे क्रांतिकारी कदम बता रही है वहीं युवा व उनके परिजन इसका विरोध जता रहे हैं। वहीं अब इस योजना का नेपाल में भी विरोध शुरू हो गया है।
केंद्र सरकार ने रक्षा विभाग में तीनों सेनाओं थल सेना, वायु सेना और जल सेना में इस नई योजना को लागू किया है। इसके तहत तीनों सेनाओं में युवाओं को 4 साल के लिए सेवा का मौका दिया जाएगा। इन चयनियत युवाओं में से 25 प्रतिशत को उनकी सेवाओं का देखते हुए आगे अपनी सेवा जारी रखने का अवसर दिया जाएगा। इस योजना के तहत चयनित युवक को अग्निवीर कहा जाएगा।
इसके तहत देश के लिए सेवाएं देने वाले युवकों को पेंशन, मेडिकल सुविधा (सेवामुक्त होने के बाद) नहीं दी जाएगी। युवाओं और उनके परिजनों का मानना है कि यह देश के युवा वर्ग के साथ अन्याय है। इतनी बड़ी संख्या में युवा 4 साल बाद बेरोजगार हो जाएगा और उसका भष्यि अंधकारमय हो जाएगा।
भारतीय युवाओं की तरह ही नेपाल के लोगों का भी मानना है कि चार साल की सर्विस के बाद युवा क्या करेंगे। नेपाल के प्रधानमंत्री देउबा ने चिंता जाहिर करते हुए कहा कि युवा चार साल सेना में रहेंगे। इस दौरान वे अति आधुनिक हथियारों को चलाने में निपुण हो जाएंगे। ऐसे में जब वे 22 से लेकर 27 वर्ष की आयु में सेवामुक्त होकर घर आएंगे और कोई कार्य हाथ में नहीं होगा तो ऐसे में आपराधिक संगठन उनका गलत इस्तेमाल कर सकते हैं।
सरकारी आंकड़ों के अनुसार वर्तमान में 34 हजार नेपाली जवान भारतीय सेना में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। वे अलग-अलग गोरखा रेजिमेंट का हिस्सा हैं। वर्तमान में करीब 1300 नेपाली युवाओं की भर्ती की जानी थी जोकि नेपाल सरकार द्वारा कोई जवाब न मिलने के कारण टालनी पड़ी है।
ये भी पढ़े : रूस का यूक्रेन पर बड़ा हमला, 22 की मौत, कई घायल
हमें Google News पर फॉलो करे- क्लिक करे !
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.