इंडिया न्यूज, चंडीगढ़:
Agricultural Laws हरियाणा के सीएम मनोहर लाल ने कहा कि कृषि कानूनों का फायदा छोटे किसानों को होना था, पर विरोध के कारण पीएम को कानून वापस लेने की घोषणा करनी पड़ी। लेकिन अब किसानों को घर लौटकर अपने खेतों में काम करना चाहिए। मनोहर लाल ने कहा कि किसान संगठनों का सुझाव एमएसपी का भी है।
इस पर कमेटी बनाने की बात भी पीएम नरेंद्र मोदी ने कही है ,जो किसानों को साथ लेकर इस पर काम करेगी। किसानों पर दर्ज मामलों को लेकर मनोहर लाल ने कहा कि इसको लेकर सार्थक तौर पर निर्णय लिया जाएगा। कुछ मामले कोर्ट में भी हैं उस पर भी प्रक्रिया के तहत विचार किया जाएगा?।
पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह ने कहा, तीनों कृषि कानूनों को रद करने का फैसला पंजाब के किसानों की तरफ से शुरू किए गए शांतिपूवर्क संघर्ष की जीत है। उन्होंने कहा, अन्नदाता को मेरा सलाम। चन्नी ने कहा, पीएम मोदी ने फैसला देर से लिया है फिर भी यह स्वागत योग्य है। हालांकि इसके बावजूद पंजाब के लोग केंद्र सरकार को माफ नहीं करेंगे, क्योंकि किसान आंदोलन के दौरान 700 से ज्यादा किसानों की जान गई है जिनमें अधिकतर पंजाब के किसान शामिल हैं।
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केंद्र के कृषि कानूनों को वापस लेने के फैसले से पंजाब में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में भी सियासी समीकरण बदलेंगे। पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंंह और भाजपा की जुगलबंदी सामने आने से कांग्रेस व शिअद के लिए बड़ी चुनौती पैदा होगी। कैप्टन पहले ही कृषि कानूनों का मसला खत्म होने के बाद भाजपा के साथ गठबंंधन करने की बात कह चुके हैं। कैप्टन ने अपनी नई पार्टी पंजाब लोक कांग्रेस बनाने की घोषणा कर चुके हैं और अब वह भाजपा के साथ गठबंधन करेंगे। भाजपा ने भी कैप्?न अमरिंदर सिंह के लिए अपने दरवाजे खुले रहने की बात कही थी।
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