India News (इंडिया न्यूज़), Akasa Air, दिल्ली: भारत की सबसे नई हवाई कंपनियों में से एक अकाशा एयर भारी मुसबीत में है। ऐसा कंपनी ने खुद जानकारी दी है। दिल्ली हाईकोर्ट में दी गई जानकारी में कंपनी ने कहा कि वह सितंबर के महीने में अपने 600-700 उड़नों को रद्द करने वाला है। यह फैसला इसलिए किया गया क्योंकि कंपनी ने 43 पायलटों की तरफ से अचानक इस्तीफा दे दिया गया।
अकाशा एयर सिर्फ 13 महीने पुरानी कंपनी है। पायटलों के इस्तीफे के कारण कंपनी को अपने विमानों के बड़े को खड़ा करने और हजारों यात्रियों की यात्रा को रद्द होने के मजबूर होना पड़ा है। एयरलाइन ने अचानक इस्तीफा देने वालों पर पायलटों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की क्योंकि उन्होंने अपना नोटिस अवधि पूरा किया बिना काम छोड़ दिया। कंपनी के घाटा के रूप में 22 करोड़ रुपए का भुगतान करने की मांग की।
Akasa Air
एयरलाइन के वकील ने जस्टिस मनमीत प्रीतम सिंह अरोड़ा के अनुसार पायलटों ने छह महीने (फर्स्ट ऑफिसर के लिए) और एक साल (पायलट के लिए) की अनिवार्य नोटिस अवधि होती है। कंपनी की तरफ से दूसरी एयरलाइन कंपनी एयर इंडिया एक्सप्रेस पर भी उंगली उठाई है और उन पर अपने पायलटों को बहकाने का आरोप लगाया है। कंपनी के अनुसार, एयर इंडिया एक्सप्रेस के पास बोइंग 737 का बेड़ा है जबकि अकाशा एयरबस A320 का संचालन करता है। इसलिए पायलट उसे छोड़ कर गए है।
अकाशा एयर भारत की सबसे नई कंपनियों में से एक है। प्रसिद्ध उद्योगपति राकेश झूनझूनवाला इसके संस्थापक सदस्यों में से एक थे। कंपनी एक दिन में करीब 120 उड़ानों का संचालन करती है। इस इस्तीफे की वजह से उसे रोज करीब 24 उड़ानों को रद्द करना पड़ रहा है।
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