संबंधित खबरें
रद्द होंगे UP के उपचुनाव? अखिलेश के चाचा ने बंदूक कांड पर मचाया बवाल, हार का डर या कुछ और
Jalandhar Encounter : गन्ने के खेत में पुलिसवालों ने किया एनकाउंटर, 50 बार हुईं धांय-धांय, वीडियो देखकर कांप गए लोग
फिर खून के आंसू रोए 25 कश्मीरी पंडित, घाटी में हुआ ये दर्दनाक काम, वीडियो सामने आने पर CM उमर अब्दुल्ला की थू-थू
'भारत कभी हिंदू राष्ट्र नहीं…', धीरेंद्र शास्त्री के इस कदम पर भड़क गए मौलाना रिजवी, कह डाली चौंकाने वाली बात
बदल गए ट्रेन रिजर्वेशन के नियम…ट्रैवल करने से पहले जान लें सारे नए बदलाव, अब ऐसे होगी टिकट बुकिंग
भरी महफिल में Rahul Gandhi के चेहरे पर दिखा हारे हुए हरियाणा का दर्द? Video में कही ऐसी बात…गूंजने लगे ठहाके
India News(इंडिया न्यूज),Holi 2024: इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में होली खेलने को लेकर यूनिवर्सिटी और एक हिंदू संगठन के बीच झगड़ा हो गया है। इलाहाबाद विश्वविद्यालय द्वारा वहां होली मनाने पर लगाए गए प्रतिबंध के खिलाफ विश्वविद्यालय के अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने छात्रसंघ भवन पर विरोध प्रदर्शन किया है। परिषद ने 24 घंटे के भीतर प्रतिबंध हटाने की मांग की है।
परिषद की इलाहाबाद विश्वविद्यालय इकाई के अध्यक्ष आलोक त्रिपाठी का कहना है कि भारतीय संस्कृति की विशेष पहचान उसके त्योहार हैं। हम यूनिवर्सिटी द्वारा लगाए गए इस प्रतिबंध का विरोध करते हैं। इलाहाबाद विश्वविद्यालय जैसे महत्वपूर्ण शिक्षण संस्थान में होली के त्योहार पर होली खेलने पर प्रतिबंध कदापि स्वीकार नहीं किया जाएगा।
आलोक त्रिपाठी ने होली के त्योहार के लिए हुड़दंग जैसे शब्दों के इस्तेमाल का कड़ा विरोध किया है। आलोक का कहना है कि होली जैसा पवित्र त्योहार भारतीय संस्कृति का अभिन्न अंग है। इस त्योहार के लिए ऐसे शब्दों का प्रयोग करना उचित नहीं है। विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा परीक्षा के नाम पर लगाया गया प्रतिबंध सिर्फ प्रशासनिक अराजकता को दर्शाता है। उन्होंने परीक्षाओं के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि कुछ ही विभाग ऐसे हैं जहां परीक्षाएं आयोजित की जा रही हैं।
जिन विभागों में परीक्षाएं चल रही हैं, वहां छात्र परीक्षाओं के दौरान होली नहीं मनाते हैं। परीक्षा देने के बाद ही होली मनाते हैं। ऐसे में पूरे परिसर में होली पर प्रतिबंध अनुचित और अतार्किक है। ऐसे में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की स्पष्ट मांग है कि विश्वविद्यालय प्रशासन लगाए गए प्रतिबंध पर पुनर्विचार करे और 24 घंटे के भीतर इसे हटाए, अन्यथा वे इसी तरह से आंदोलन करते रहेंगे।
आलोक त्रिपाठी ने कहा, ”इलाहाबाद विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा होली जैसे पवित्र त्योहार मनाने पर लगाया गया प्रतिबंध अतार्किक है। इलाहाबाद यूनिवर्सिटी द्वारा जारी नोटिस में ‘होली संबंधी गुंडागर्दी’ जैसे शब्दों का इस्तेमाल यूनिवर्सिटी प्रशासन की बीमार मानसिकता को दर्शाता है।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की इलाहाबाद विश्वविद्यालय इकाई के इकाई मंत्री आयुष्मान चौहान ने कहा, ”इलाहाबाद विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा परीक्षाओं के नाम पर परिसर में होली पर प्रतिबंध लगाना बिल्कुल भी तर्कसंगत नहीं है।” भारत जैसे देश जो अपनी विशिष्ट संस्कृति के लिए जाना जाता है, वहां इस तरह का तुगलकी फरमान जारी कर होली जैसे महत्वपूर्ण त्योहार पर प्रतिबंध लगाना बिल्कुल भी उचित नहीं है।
इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार प्रो। केएन उत्तम की ओर से एक आदेश जारी किया गया है। इसमें कहा गया है कि सभी छात्रों को सूचित किया जाता है कि वर्तमान में विश्वविद्यालय में सत्र 2023-2024 की वार्षिक परीक्षाएं चल रही हैं। इसलिए विश्वविद्यालय परिसर में किसी भी तरह का शोर-शराबा, हुड़दंग और होली से जुड़े सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रतिबंधित हैं। यदि कोई उपरोक्त कृत्य करता पाया गया तो उसके विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही की जायेगी। सभी विद्यार्थियों को अपना मूल पहचान पत्र अपने साथ रखना होगा।
यह भी पढ़ेंः-
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.