India News(इंडिया न्यूज),Akshaya Tritiya 2024: शुक्रवार को पूरे भारत में अक्षय तृतीया का त्यौहार मनाया जा रहा है। सौभाग्य, सफलता और सौभाग्य का प्रतीक, यह शुभ दिन लाखों हिंदू और जैन धर्मावलंबी मनाते हैं। जिसको लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने X पर देश के लोगों को अपनी शुभकामनाएं देते हुए लिखा कि, “अक्षय तृतीया पर देश के सभी परिवारों को हार्दिक शुभकामनाएं। मुझे आशा है कि दान-पुण्य की प्रेरणा देने वाला यह पावन अवसर आप सभी के जीवन में नई ऊर्जा और उत्साह लेकर आए। बता दें कि उत्तर प्रदेश के अयोध्या में शुक्रवार को अक्षय तृतीया के पावन अवसर पर श्रद्धालुओं ने पूजा-अर्चना की और सरयू नदी में पवित्र स्नान किया।
“अक्षय” शब्द का अर्थ है “कभी कम न होने वाला” और “तृतीया” तीसरे चंद्र दिवस को संदर्भित करता है। माना जाता है कि यह दिन सौभाग्य और सफलता लाता है। इसलिए लोग इस दिन नया व्यवसाय शुरू करना, विवाह समारोह करना, सोना और रियल एस्टेट संपत्ति खरीदना जैसे निवेश करना पसंद करते हैं। इस शुभ दिन को मनाने के लिए लोग मंदिरों में पूजा-अर्चना करते हैं, दान-पुण्य करते हैं और आध्यात्मिक अभ्यास करते हैं। भारत के कुछ हिस्सों में इस दिन को ‘आखा तीज’ के नाम से भी जाना जाता है।
Akshaya Tritiya 2024
हिंदू कैलेंडर के अनुसार, अक्षय तृतीया वैशाख महीने में शुक्ल पक्ष की तृतीया को मनाई जाती है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन सूर्य और चंद्रमा दोनों ही अपने सबसे अच्छे ग्रहीय संरेखण में होते हैं। हिंदू शास्त्रों के अनुसार, यह दिन सत्य युग के अंत और त्रेता युग की शुरुआत का प्रतीक है। अक्षय तृतीया का त्यौहार भगवान परशुराम की जयंती का भी प्रतीक है, जो भगवान विष्णु के 6वें अवतार हैं, जो हिंदू धर्म में एक प्रमुख देवता हैं।
इस अवसर को चिह्नित करने के लिए, हज़ारों लोग उपवास रखते हैं और भगवान विष्णु से समृद्धि लाने के लिए प्रार्थना करते हैं। हिंदुओं का मानना है कि इस दिन, महाभारत के समय में जब पांडवों को जंगलों में रहने के लिए मजबूर किया गया था, तब भगवान कृष्ण ने द्रौपदी को एक पात्र (कंटेनर) दिया था जिसमें बड़ी मात्रा में भोजन दिखाई दिया था।