संबंधित खबरें
सेब, जूस में मिलावट के बाद अब…केरल से सामने आया दिलदहला देने वाला वीडियो, देखकर खौल जाएगा आपका खून
BJP ने शुरू की दिल्ली विधानसभा की तैयारी… पूर्व APP नेता ने की जेपी नड्डा से मुलाकात, बताई पार्टी छोड़ने की बड़ी वजह
मणिपुर में जल्द होगी शांति! राज्य में हिंसा को लेकर केंद्र सरकार ने लिया बड़ा फैसला, उपद्रवियों के बुरे दिन शुरू
नतीजों से पहले ही हो गई होटलों की बुकिंग? झारखंड और महाराष्ट्र में कांग्रेस ने विधायकों को दिया सीक्रेट इशारा
चुनाव नतीजों से पहले महाराष्ट्र में BJP को किसने दिया धोखा? ठहाके मार रहे होंगे उद्धव ठाकरे…जानें पूरा मामला
मक्का की मस्जिदों के नीचे मंदिर है?, नरसिंहानंद ने खोला 'अरब से आए लुटेरों' का राज, फिर बिदक जाएंगे मौलाना
इंडिया न्यूज, वाशिंगटन:
America In Action अमेरिका ने मानवाधिकार दिवस के अवसर पर एक दर्जन से ज्यादा प्रतिष्ठानों के साथ ही लोगों पर भी मानवाधिकार संबंधी प्रतिबंध लगाए हैं। इन देशों में चीन भी शामिल है। इसके अलावा बांग्लादेश, उत्तर कोरिया और म्यांमार आदि देश इस सूची में शामिल हैं। अमेरिकी राष्टÑपति जो बाइडेन ने इसी के साथ चीन की आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कंपनी सेंसटाइम ग्रुप को इन्वेस्टमेंट ब्लैकलिस्ट में डाल दिया है।
कंपनी पर चेहरे के जरिये अल्पसंख्यक उइगरों की पहचान करने वाला साफ्टवेयर विकसित करने का आरोप है। उधर सेंसटाइम ने आरोपों को निराधार बताया है। सेंसटाइम ने कहा है कि उसने सभी स्थानीय नियमों का पालन किया है। अमेरिका ने म्यांमार में सेना व पुलिस के लिए हथियार बनाने वाले डायरेक्टरेट आफ डिफेंस इंडस्ट्रीज पर प्रतिबंध लगाया है। एक फरवरी के तख्तापलट में इसका इस्तेमाल किया गया था। इसके अलावा, जुंटा प्रशासन का नेतृत्व करने वाले मायो स्वे विन समेत चार प्रांतों के मुख्यमंत्रियों के खिलाफ भी प्रतिबंध लगाया गया है।
चीन, बेलारूस व श्रीलंका के 12 लोगों के खिलाफ अमेरिका में प्रवेश की पाबंदी लगाई गई है। बाइडेन ने वर्चुअल तौर पर आयोजित दो दिवसीय लोकतंत्र सम्मेलन के समापन पर लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए कदम उठाने और इसके पक्ष में अमेरिका में कानून बनाने का ऐलान किया है।
उन्होंने शुक्रवार को कहा था कि 100 से ज्यादा देशों के नेताओं द्वारा सम्मेलन में जताई गई प्रतिबद्धता दुनियाभर से निरंकुशता को खत्म कर देगी और भ्रष्टाचार से मुकाबले तथा मानवाधिकार को बढ़ावा देने में मदद करेगी।
बाइडेन के राष्ट्रपति बनने के बाद पहली बार उत्तर कोरिया के खिलाफ प्रतिबंध लगाया गया है। डिप्टी ट्रेजरी सेक्रेटरी वैली एडेमो ने एक बयान में कहा, खासकर ब्रिटेन व कनाडा की साझेदारी में लगाए गए प्रतिबंध यह संदेश देते हैं कि विश्वभर के लोकतंत्र उन देशों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे, जो राज्य की शक्ति का दुरुपयोग व दमन करते हैं। चीन की तीन अन्य कंपनियों पर भी प्रतिबंध लगाए गए हैं। अमेरिका में चीनी दूतावास ने अमेरिका के इस कदम की निंदा की है।
अमेरिका की राजधानी वाशिंगटन डीसी स्थित चीन के दूतावास ने अमेरिका के प्रतिबंध के फैसले को आंतरिक मामलों में गंभीर हस्तक्षेप और अंतरराष्ट्रीय संबंधों के आधारभूत नियमों का उल्लंघन करार दिया है।
कनाडा ने म्यांमार की सैन्य सरकार से जुड़े चार प्रतिष्ठानों, जबकि ब्रिटेन ने सेना के खिलाफ नए प्रतिबंध लगाए हैं। ट्रेजरी ने उत्तर कोरिया के सेंट्रल प्रोसेक्यूटर्स आफिस व रक्षा मंत्री रि योंग गिल के खिलाफ प्रतिबंध लगाए हैं। उत्तर कोरिया को कर्मचारी उपलब्ध कराने के लिए रूस की एक यूनिवर्सिटी को भी प्रतिबंधित किया गया है।
Read More : Airline Jet Order आकाश एयर ने दिया 72 बोइंग जेट का आर्डर
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.