संबंधित खबरें
Rahul Gandhi की जुबान से ये क्या निकल गया? दूधवाले की रोजी-रोटी पर पड़ी गंदी लात, अब कांग्रेस नेता को करना पड़ेगा कोर्ट-कचहरी
बेटे को हमेशा के लिए खोने के बाद पोते से भी दूर हुई अतुल सुभाष की मां, सुप्रीम कोर्ट के फैसले से परिवार के पैरों तले खिसक गई जमीन
Petrol-Diesel Latest Price: क्या है आज की पेट्रोल-डीजल की कीमत? मार्च 2024 के बाद से नहीं हुआ कोई बदलाव, जानें कब मिलेगी राहत
कड़ाके की ठंड नही ले रही थमने का नाम! दिल्ली में फिर हो सकती है बारिश, जानें वेदर अपडेट
IIT Madras के डायरेक्टर ने किया गोमूत्र की महिमा का गुणगान, वीडियो वायरल होते ही छिड़ गई तीखी बहस
नशीली दवा खिलाकर पत्नी का बनाया अश्लील वीडियो, फिर दोस्त के साथ मिलकर किया ऐसा घिनौना काम कि…
India News (इंडिया न्यूज),Adani Group: कोविड काल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘आपदा में अवसर’ का मंत्र दिया था और अब उद्योगपति गौतम अडानी ने इसे हकीकत में अपना लिया है. वह इजराइल और हमास के बीच चल रहे गाजा युद्ध के दौरान ड्रोन का कारोबार कर रहा है। वह भारत से इजराइल को बड़ी मात्रा में ड्रोन निर्यात कर रहा है.
दरअसल, हैदराबाद स्थित ड्रोन निर्माता कंपनी अडानी-एलबिट एडवांस्ड सिस्टम्स इंडिया लिमिटेड ने इजरायली सेना को 20 ड्रोन भेजे हैं। इस कंपनी का मालिकाना हक अडानी ग्रुप के पास है और इसमें इजराइल की एल्बिट सिस्टम्स की हिस्सेदारी है। अडानी ग्रुप रक्षा क्षेत्र में बड़े पैमाने पर काम करता है और इसकी अपनी अलग इकाई अडानी डिफेंस भी है।
इजराइल-गाजा युद्ध के बीच अडानी ग्रुप की कंपनी ने इजराइल को हर्मीस 900 ड्रोन निर्यात किए हैं। इन ड्रोन्स को ‘दृष्टि 10’ के नाम से भी जाना जाता है। इन ड्रोन का इस्तेमाल निगरानी के साथ-साथ हवाई हमलों के लिए भी किया जा सकता है।
कुछ दिन पहले ‘एचटी’ ने खबर दी थी कि अडानी ग्रुप ने गाजा में तैनाती के लिए इजराइल को ड्रोन निर्यात किए हैं. फरवरी में ‘द वायर’ ने खबर दी थी कि अडानी एडवांस्ड सिस्टम्स इंडिया लिमिटेड हर्मीस ड्रोन जैसा ड्रोन बना रही है. इनका इस्तेमाल इजरायली सेना कर रही है.
अडानी ग्रुप और एल्बिट के ज्वाइंट वेंचर के अलावा गौतम अडानी का इजरायल में भी बड़ा निवेश है। अदाणी समूह की प्रमुख कंपनी अदाणी पोर्ट्स एंड एसईजेड इजराइल में हाइफा पोर्ट का विकास कर रही है। इस डील पर इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की मौजूदगी में हस्ताक्षर किए गए.
हाइफ़ा बंदरगाह एशिया और यूरोप के बीच व्यापार का एक प्रमुख केंद्र है। G20 में यह प्रस्ताव ‘भारत-पश्चिम एशिया-यूरोप आर्थिक गलियारे’ का एक अभिन्न अंग है। इस बंदरगाह के माध्यम से भारत से जाने वाला माल यूरोपीय देशों तक पहुंचेगा।
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.