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इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:
कहतें हैं कि जब भी समुद्री तूफान आता है तो बड़े-बड़े जहाजों को यहां-वहां फेंक देता है। बीते कल से चक्रवाती तूफान ‘असानी’ ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। ऐसे आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम जिले के सुन्नापल्ली तट पर बीती शाम सोने के रंग की परत चढ़ा एक रथ मिला है।
बताया जा रहा ये रथ म्यांमार, मलेशिया या थाईलैंड से बहकर यहां तक पहुंचा है। हालांकि संताबोम्मली के तहसीलदार जे चलमैय्या ने कहा कि यह किसी दूसरे देश से नहीं आया होगा। बल्कि रथ का प्रयोग भारतीय तट पर कहीं किसी फिल्म की शूटिंग के दौरान किया गया होगा। वहीं नौपाड़ा के एसआई का कहना है कि शायद किसी दूसरे देश से आया हो। जो भी हो इस मामले की सूचना इंटेलिजेंस और उच्च अधिकारियों को दे दी गई है।
स्थानीय ग्रामीणों रथ को रस्सियों से बांधकर किनारे तक पहुंचाया। रथ देखने में दक्षिण पूर्व एशियाई देशों के मठ जैसा है। रथ के चक्रवात असानी के प्रभाव से भटकर यहां पहुंचने का अनुमान लगाया जा रहा है। चूंकि कम दबाव का क्षेत्र सबसे पहले दक्षिण अंडमान सागर पर बना था। इसलिए अनुमान लगाया जा रहा है कि ये रथ म्यांमार, थाईलैंड, मलेशिया या इंडोनेशिया जैसे अंडमान सागर के करीबी किसी देश का भी हो सकता है।
चक्रवाती तूफान असानी का खतरा फिलहाल टलता जा रहा है। अभी इसका रुख आंध्र प्रदेश की तरफ है। तूफान के 12 मई तक पूरी तरह कमजोर पड़ने की संभावना दिख रही है। हालांकि इसके असर से आंध्र प्रदेश सहित बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़ में 11 से 13 मई तक बारिश होने तथा तूफानी हवाएं चलने का अलर्ट जारी किया गया है। आंध्र प्रदेश में 100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। विशेष राहत आयुक्त,भुवनेश्वर, ओडिशा प्रदीप कुमार जेना अनुसार, आंध्र प्रदेश के काकीनाडा तक पहुंचने के बाद तूफान विशाखापट्टनम तक आने के बाद समुद्र में मिल जाएगा। इस दौरान ये कमजोर हो जाएगा। 12 मई की सुबह चक्रवात पूरी तरह कमजोर हो जाएगा।
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