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India News (इंडिया न्यूज), Atishi will take oath as CM: शनिवार को दिल्ली की मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगी। जानकारी के लिए आपको बता दें मंगलवार को अरविंद केजरीवाल ने दिया था इस्तीफा। पार्टी ने आज इसकी घोषणा की। सत्तारूढ़ पार्टी ने शुरू में तय किया था कि केवल आतिशी ही शपथ लेंगी, हालांकि, बाद में यह तय हुआ कि उनकी मंत्रिपरिषद भी शपथ लेगी। आतिशी अरविंद केजरीवाल की जगह लेंगी, जिन्होंने मंगलवार को पद से इस्तीफा दे दिया था। केजरीवाल भी सुरक्षा छोड़ देंगे और 15 दिनों में मुख्यमंत्री आवास से बाहर निकलकर “आम आदमी” की तरह रहने लगेंगे।
आबकारी नीति मामले में मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी के बाद AAP के सामने आई मुश्किलों का सामना करते हुए उन्हें मार्च 2023 में दिल्ली कैबिनेट में नियुक्त किया गया था। उन्हें इस मामले में जमानत पर रिहा भी किया गया है।
आतिशी के लिए यह काम आसान नहीं होगा क्योंकि वह AAP का मुख्य चेहरा होंगी क्योंकि वह राष्ट्रीय राजधानी में फिर से सत्ता में आने के उद्देश्य से विधानसभा चुनावों की तैयारी कर रही है।
AAP ने दिल्ली विधानसभा के लिए जल्द चुनाव कराने की मांग की है। पिछला विधानसभा चुनाव 2020 की शुरुआत में हुआ था।
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अरविंद केजरीवाल अब मुख्यमंत्री नहीं हैं। केजरीवाल कैबिनेट में शामिल आतिशी को मुख्यमंत्री की कुर्सी मिल गई है। ऐसे में अगर नई सरकार में पूरा मंत्रिमंडल दोहराया भी जाता है तो सिर्फ 5 चेहरे ही पूरे होंगे। इसके 2 कारण हैं पहला, आतिशी के मुख्यमंत्री बनने से उनका मंत्री पद खाली हुआ है। दूसरा, सरकार में मंत्री रहे राजकुमार आनंद का इस्तीफा।
अप्रैल 2024 में राजकुमार आनंद ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। केजरीवाल के जेल में होने के कारण पार्टी सरकार में कोई नया चेहरा शामिल नहीं कर सकती थी। संवैधानिक प्रावधानों के अनुसार दिल्ली में अधिकतम 7 मंत्री बनाए जा सकते हैं।
अब कहा जा रहा है कि नई सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार में सभी सीटें भरी जाएंगी। चेहरे को लेकर भी चर्चा है। दलित राजकुमार आनंद के कारण एक मंत्री पद खाली हुआ है, इसलिए कहा जा रहा है कि यह पद किसी दलित विधायक को ही दिया जाएगा।
दूसरी सीट को लेकर अभी भी सस्पेंस बना हुआ है। कहा जा रहा है कि पार्टी किसी वैश्य या हरियाणा के आसपास की सीट पर प्रभाव रखने वाले नेता को मंत्रिमंडल में शामिल कर सकती है।ट
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