होम / देश / Ashok Gehlot: बदले-बदले नजर आ रहे हालात, अब गहलोत की दिल्ली में एंट्री जरूरी

Ashok Gehlot: बदले-बदले नजर आ रहे हालात, अब गहलोत की दिल्ली में एंट्री जरूरी

BY: Sailesh Chandra • LAST UPDATED : June 13, 2024, 12:29 pm IST
ADVERTISEMENT

संबंधित खबरें

Ashok Gehlot: बदले-बदले नजर आ रहे हालात, अब गहलोत की दिल्ली में एंट्री जरूरी

Ashok Gehlot

India News (इंडिया न्यूज), अजीत मेंदोला, जयपुर: लोकसभा चुनाव के परिणामों के बाद बदले हालात में राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की केंद्रीय संगठन में वापसी को लेकर कयास लगाए जा रहे हैं। गहलोत के लिए राजनीतिक रूप से अब केंद्र में वापसी बहुत जरूरी हो गई है। यह वापसी भी जितनी जल्दी हो जाए, उतना उनके हित में है। यदि किसी कारण से वापसी नहीं हुई तो विरोधी ताकतवर हो जाएंगे। हालांकि राजस्थान कांग्रेस में फिलहाल वे ही सबसे वरिष्ठ और अनुभवी नेता हैं, लेकिन जिस तरह के हालात राजस्थान कांग्रेस और दिल्ली आलाकमान के इर्द—गिर्द बने हुए है, वह उनके लिए चिंता बढ़ाने वाले हैं। बीते तीन—चार साल में राजस्थान कांग्रेस में जो कुछ घटनाक्रम घटा, उससे दिल्ली में स्थिति बदली हैं। हालांकि गांधी परिवार का उन पर भरोसा अभी भी बना हुआ दिखाता है। सोनिया गांधी का राज्यसभा के लिए राजस्थान का चयन और फिर अमेठी की जिम्मेदारी दर्शाता है कि गांधी परिवार 25 सितंबर, 2022 की घटना को भूल गया है। हालांकि इसके बाद भी दिल्ली के केंद्रीय नेतृत्व में उनके पक्षधरों की संख्या कम हुई है।

प्रदेश में पिछले साल हुए विधानसभा चुनाव के समय दिल्ली में उनके पक्ष में पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ही दिखाई दिए थे। अन्य नेताओं ने उनका विशेष साथ नहीं दिया। गहलोत ने तीसरे कार्यकाल में अपने दिल्ली के प्रबंधन पर शायद इसलिए ज्यादा ध्यान नहीं दिया कि उन्हें अपने काम से सत्ता में वापसी की पूरी उम्मीद थी। गहलोत के लिए विधानसभा का चुनाव जीतना राजनीतिक रूप से ताकतवर होने के लिए जरूरी था, लेकिन चुनाव के अंतिम दौर में वह कुछ ऐसे लोगों से घिर गए जिन्होंने उन तक सही स्थिति को नहीं पहुंचने दिया। दिल्ली के कई नेताओं की नाराजगी तो इसी बात को लेकर थी कि उनसे वह बात ही नहीं कर पाते थे।

Pema Khandu takes Oath: पेमा खांडू ने तीसरी बार ली अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ, ये दिग्गज नेता रहे मौजूद

दिल्ली के नेताओं की उम्मीदें राजस्थान पर नहीं थी

जो दिल्ली कांग्रेस के ताकतवर नेता थे, वह मानने को तैयार ही नहीं थे कि राजस्थान वापसी करेगा। उनकी सभी उम्मीदें मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ पर लगी थी, लेकिन राजस्थान के परिणामों ने उन्हें हैरान किया। यह नेता प्रदेश में सीटों की संख्या 50 से नीचे मान रहे थे, लेकिन सीट 70 आई। इसमें एक बात यह सच साबित हुई कि गहलोत सरकार रिपीट नहीं हुई। राजनीतिक रूप से गहलोत के लिए तो बड़ा झटका था, लेकिन कांग्रेस को भी बड़ा नुकसान हुआ। सरकार रिपीट होती तो कांग्रेस को लोकसभा के लिए आॅक्सीजन मिलती, जिससे हो सकता था कि परिणाम कुछ और ही होते। फिलहाल कांग्रेस के लिए लोकसभा के परिणाम बहुत खराब भी नहीं आए। उम्मीद से ज्यादा सीट कांग्रेस ने जीती है। जो भी सीट आई, उनकी जीत का श्रेय राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के हिस्से में जाता है। रायबरेली और अमेठी ने छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम भूपेश बघेल और राजस्थान के पूर्व सीएम गहलोत ने भले ही जिम्मेदारी संभाली हो, लेकिन श्रेय प्रियंका के हिस्से में ही गया। इन्हीं के साथ राजस्थान के परिणामों की भी चर्चा हो रही है। कई तरह की चर्चाएं भी चल रही है।

NEET UG Controversy: NEET UG में 1563 उम्मीदवारों को मिले ग्रेस मार्क्स होंगे रद्द, दोबारा देनी होगी परीक्षा

राजस्थान कांग्रेस में बने कई गुट, सभी के तार जुड़े दिल्ली से

प्रदेश में कांग्रेस में कई गुट बन गए है। बड़ी बात यह है कि सभी के तार दिल्ली से जुड़े हुए हैं। गहलोत के घोर विरोधी माने जाने वाले सचिन पायलट दिल्ली में एंट्री पा चुके हैं। वे महासचिव पद पर कार्यरत हैं। उनके समर्थक दावा करते हैं कि राजस्थान में जीतने वाले आधे सांसद विधायक उनके समर्थक हैं। एक दिन पहले सचिन के पिता और पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वर्गीय राजेश पायलट की पुण्यतिथि में अधिकांश सांसद, पूर्व और मौजूदा विधायकों के साथ ही बड़ी संख्या में पदाधिकारी पहुंचें थे। इस संख्या बल ने अपने आप में बड़ा संदेश दे दिया है। इसका मतलब यह है कि पूर्व मुख्यमंत्री गहलोत को अब अपनी राजनीति बदलनी होगी। अभी तक तो सचिन ही गुट था, लेकिन अब हरीश चौधरी भी दिल्ली का स्वाद चख चुके हैं। वह भी अब सचिन के साथ हैं। हरीश चौधरी की भी अपनी एक महत्वाकांक्षा है। प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा भी मजबूत हुए हैं। उनकी अध्यक्षता में पार्टी ने गठबंधन कर 11 सीट जीती है। जाट नेता के रूप में उभरे हैं। कह सकते गुट कई बन गए हैं। दिल्ली में भी पांच पावर सेंटर हैं। सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, के सी वेणुगोपाल और आखिर में राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे। मतलब पांच में से कम से कम चार को तो राजी करना ही होगा, तभी दिल्ली में एंट्री संभव है।

Delhi Water Crisis: हरियाणा से शहर में घुस रहे हैं टैंकर माफिया, दिल्ली सरकार ने सुप्रीम कोर्ट को दी सफाई

Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.

ADVERTISEMENT

लेटेस्ट खबरें

शराब पीकर स्टंट करने वाले सावधान! दिल्ली पुलिस ने बनाया ये प्लान, जान लीजिए
शराब पीकर स्टंट करने वाले सावधान! दिल्ली पुलिस ने बनाया ये प्लान, जान लीजिए
पूर्व PM मनमोहन सिंह का निधन, CM भजनलाल, अशोक गहलोत सहित इन नेताओं ने जताया शोक
पूर्व PM मनमोहन सिंह का निधन, CM भजनलाल, अशोक गहलोत सहित इन नेताओं ने जताया शोक
पूर्व PM मनमोहन सिंह के निधन पर CM नीतीश ने जताया शोक, जानें किसने क्या कहा
पूर्व PM मनमोहन सिंह के निधन पर CM नीतीश ने जताया शोक, जानें किसने क्या कहा
पूर्व PM मनमोहन सिंह के निधन पर CM योगी आदित्यनाथ ने दिया भावुक संदेश
पूर्व PM मनमोहन सिंह के निधन पर CM योगी आदित्यनाथ ने दिया भावुक संदेश
CM भजनलाल शर्मा का बड़ा ऐलान, जानें क्या कुछ कहा?
CM भजनलाल शर्मा का बड़ा ऐलान, जानें क्या कुछ कहा?
काम से घर लौटकर पति ने मांगा खाना, पत्नी मोबाइल में थी व्यस्त, गुस्से में खिसिया कर शख्स ने महिला को बालकनी से फेंका नीचे, फिर जो हुआ…
काम से घर लौटकर पति ने मांगा खाना, पत्नी मोबाइल में थी व्यस्त, गुस्से में खिसिया कर शख्स ने महिला को बालकनी से फेंका नीचे, फिर जो हुआ…
पुलिस विभाग की निर्माण परियोजनाओं की शासन स्तर से हो सीधी मॉनीटरिंग, बोले CM योगी
पुलिस विभाग की निर्माण परियोजनाओं की शासन स्तर से हो सीधी मॉनीटरिंग, बोले CM योगी
न्यू ईयर पर पटना की शाम होगी सुहानी, मरीन ड्राइव पर खास है इंतजाम
न्यू ईयर पर पटना की शाम होगी सुहानी, मरीन ड्राइव पर खास है इंतजाम
PKL-11 (एलिमिनेटर-2): यू मुंबा को हराकर सेमीफाइनल में पहुंचे पटना पाइरेट्स, दबंग दिल्ली से भिड़ेंगे
PKL-11 (एलिमिनेटर-2): यू मुंबा को हराकर सेमीफाइनल में पहुंचे पटना पाइरेट्स, दबंग दिल्ली से भिड़ेंगे
कैसे ऑक्सफोर्ड में पढ़ाई करने वाले शख्स ने संभाली दुनिया के सबसे बड़े डेमोक्रेसी की बागडोर , पूरी दुनिया में होती है Manmohan Singh के उदार नीतियों की सराहना
कैसे ऑक्सफोर्ड में पढ़ाई करने वाले शख्स ने संभाली दुनिया के सबसे बड़े डेमोक्रेसी की बागडोर , पूरी दुनिया में होती है Manmohan Singh के उदार नीतियों की सराहना
ISL 2024-25: मोहन बागान ने रोड्रिगेज के डबल से पंजाब एफसी को 3-1 से हराया
ISL 2024-25: मोहन बागान ने रोड्रिगेज के डबल से पंजाब एफसी को 3-1 से हराया
ADVERTISEMENT