संबंधित खबरें
कैसे ऑक्सफोर्ड में पढ़ाई करने वाले शख्स ने संभाली दुनिया के सबसे बड़े डेमोक्रेसी की बागडोर , पूरी दुनिया में होती है Manmohan Singh के उदार नीतियों की सराहना
श्री मनमोहन सिंह जी के निधन की खबर सुनते ही एम्स पहुंची Priyanka Gandhi, सामने आया सबसे पहला वीडियो
कैसे एक बजट से मनमोहन सिंह ने बचा लिया था देश! इस तरह Manmohan Singh की हुई थी राजनीति में एंट्री
कांग्रेस ने फिर किया वही पुराना वाला कांड? जब BJP ने दिखाई औकात तो अपना सिर पकड़कर नोचने लगे राहुल गांधी!
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की बिगड़ी तबीयत, AIIMS में कराया गया भर्ती
कांग्रेस को किसने दिया नया जीवन? CWC की मीटिंग में हुआ चौंकाने वाला फैसला, इन 2 प्रस्तावों को किया गया पास
India News(इंडिया न्यूज),Biju Patnaik Jayanti: भारत के महान राजनीतिज्ञ और ओडिसा के पूर्व सीएम रहे बीजू पटनायक की आज 108वीं जयंती है। जिसको लेकर आज ओडिसा में पीएम मोदी ने उन्हें भव्य श्रद्धांजलि दी है। जहां पीएम मोदी ने अपने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा कि, “मैं महान बीजू पटनायक जी को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। उनका दूरदर्शी नेतृत्व और अदम्य भावना पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेगी। हमारे राष्ट्र के लिए उनका योगदान और विकास के प्रति उनकी अटूट प्रतिबद्धता अनुकरणीय है।
ये भी पढ़े:-टिकट कटने पर मीडिया पर झल्लाईं Sadhvi Pragya, बोलीं- “मेरी बातों को तोड़-मरोड़कर पेश करते हैं”
पीएम मोदी के बाद ओडिशा के मुख्यमंत्री और पटनायक के छोटे बेटे नवीन पटनायक ने भी एक्स पर लिखा कि, “आधुनिक ओडिशा के निर्माता, महान स्वतंत्रता सेनानी और पूर्व मुख्यमंत्री बीजू पटनायक को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि। समाज के सभी वर्गों के लोगों को शामिल कर विकास को मजबूत करने का उन्होंने जो खाका खींचा, वह आज भी हमारा मार्गदर्शन कर रहा है। इसके साथ ही वरिष्ठ भाजपा नेता और केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने उनकी जयंती पर “स्वतंत्रता सेनानी को विनम्र श्रद्धांजलि” अर्पित की।
ये भी पढ़े:-INLD प्रमुख Nafe Singh Rathee की हत्या मामले में पुलिस ने 2 आरोपियों को गोवा से किया गिरफ्तार
इसी अवसर पर मोदी की यात्रा बीजद द्वारा ओडिशा के तीसरे मुख्यमंत्री को मरणोपरांत भारत रत्न देने की मांग के बीच हो रही है। बीजेडी के वरिष्ठ नेता प्रसन्ना आचार्य ने कहा कि, एक पायलट के रूप में बीजू पटनायक के असंख्य कारनामे हैं, जिसमें 1947 में जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तान समर्थित आक्रमण का मुकाबला करने के लिए सिख रेजिमेंट के सैनिकों को ले जाना से लेकर इंडोनेशिया के पूर्व प्रधान मंत्री सुतान सजहरिर और उपराष्ट्रपति मोहम्मद हट्टा को बाहर निकालना शामिल है। जकार्ता, पौराणिक हैं। इसके साथ ही आचार्य ने कहा कि, “हालांकि उन्हें बहुत पहले ही भारत रत्न से सम्मानित किया जाना चाहिए था, लेकिन कभी भी देर नहीं हुई है। उन्होंने देश की जो सेवा की है वह अतुलनीय है। वह अपने साहस और साहस के लिए न केवल ओडिया, बल्कि पूरे देश के लिए प्रेरणा बने रहेंगे।
ये भी पढ़े:-UN: हमास लड़ाकों ने बंधकों के साथ किया दुष्कर्म किया, UN रिपोर्ट का बड़ा दावा
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.