India News (इंडिया न्यूज), Rajyavardhan Singh Rathore Birthday: आज यानि 29 जनवरी को राजस्थान के रहने वाले और भारतीय जनता पार्टी के दिग्गज नेता राज्यवर्धन सिंह का जन्मदिन है। अपने कैरियर की शुरुआत खेल से करने वाले राज्यवर्धन सिंह सिंह का जीवन राजनीति में भी सफल रहा है। बता दें कि राज्यवर्धन सिंह ने ऑस्ट्रेलिया में विश्व शूटिंग चैंपियनशिप जीती है। आईए जानते हैं उनके जीवन से जुड़ी कुछ रोचक बातें..

राज्यवर्धन सिंह राठौड़ का जन्म 29 जनवरी 1970 को राजस्थान के जैसलमेर में हुआ था। राजपूत समुदाय से आने वाले राज्यवर्धन सिंह के पिता का नाम लक्ष्मण सिंह राठौड़ है, जो सेना से सेवानिवृत्त हैं। उन्होंने सबसे पहले बीए, इंस्ट्रक्टर-वेपन्स (एमएमजी, एजीएल, स्मॉल आर्म्स), ग्रेडिंग टैक्टिक्स (वाईओ) कोर्स किया। उनकी शिक्षा राष्ट्रीय रक्षा अकादमी, पुणे और इन्फैंट्री स्कूल, महू में हुई।

प्रसिद्ध निशानेबाज राज्यवर्धन का विभिन्न क्षेत्रों में बहुत लंबा करियर है। उन्होंने पहले भारतीय सेना में देश की सेवा की, फिर एक निशानेबाज के रूप में ओलंपिक में देश के लिए खेला और फिर खेल मंत्रालय के स्वतंत्र प्रभार के साथ कैबिनेट मंत्री के रूप में भी कार्य किया।

राज्यवर्धन सिंह राठौड़ खेल कैरियर

2004 में एथेंस ओलंपिक में पुरुषों की डबल ट्रैप स्पर्धा में देश के लिए रजत पदक जीतने के बाद राठौड़ को लोकप्रियता मिली। 2004 में उन्होंने सिडनी, ऑस्ट्रेलिया में विश्व शूटिंग चैंपियनशिप जीती। उनकी जीतें आगे भी जारी रहीं और 2006 में उन्होंने मेलबर्न में आयोजित राष्ट्रमंडल खेलों में एक स्वर्ण पदक और उसी वर्ष काहिरा में आयोजित मजीता।

ये मिले पुरस्कार

उन्हें कई प्रतिष्ठित पुरस्कार और सर्वोच्च सम्मान मिले जैसे राजीव गांधी खेल रत्न, अर्जुन पुरस्कार, भारतीय सैन्य अकादमी में सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी होने के लिए सिख लीजन गोल्ड मेडल और उनकी असाधारण सेवाओं के लिए भारत के राष्ट्रपति द्वारा ‘अति विशिष्ट सेवा मेडल’।

राजनीतिक में करियर

2013 में भारतीय सेना से रिटायरमेंट लेने के बाद वह बीजेपी में शामिल हो गए. 2014 के लोकसभा चुनाव में उन्हें पार्टी ने टिकट दिया और जयपुर ग्रामीण सीट से सांसद बने। बीजेपी ने उन्हें मोदी सरकार में सूचना एवं प्रसारण राज्य मंत्री बनने का मौका भी दिया. 2017 में उन्होंने युवा मामले और खेल मंत्रालय का स्वतंत्र प्रभार संभाला। मई 2018 में, वह सूचना और प्रसारण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) बने।

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