इंडिया न्यूज, चंडीगढ़:
प्रदेश कांग्रेस में फूट के चलते कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सीएम की कुर्सी छोड़ दी थी। उनके इस्तीफे के बाद कांग्रेस विधायक दल की बैठक में नया नेता चुना जाना था परंतु चुनाव नहीं हो सका। जिसके बाद तरह-तरह के कयास राजनीति गलियारों में शुरू हो गए। जब नए सीएम की बात चली तो सुनील जाखड़, सुखजिंदर सिंह रंधावा और नवजोत सिंह सिद्धू के नाम सामने आ रहे हैं। हालांकि इसपर निर्णय केंद्रीय हाईकमान ने लेना है परंतु फिर जानकारों का कहना है कि कैबिनेट मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा प्रदेश के अगले मुख्यमंत्री हो सकते हैं। उनके सीएम बनने के कई कारण हैं।
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सुखजिंदर सिंह रंधावा के मौजूद प्रदेश कांग्रेस प्रधान से नजदीकी संबंध है। मामला सिद्धू को कांग्रेस प्रधान बनाने का हो या फिर कैप्टन अमरिंदर सिंह के खिलाफ मोर्चाबंदी का रंधावा की भूमिका हमेशा ही महत्वपूर्ण रहीं है।
हालांकि रविवार सुबह नवजोत सिंह सिद्धू ने केंद्रीय हाईकमान से सीएम पद की मांग की थी। लेकिन वे प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष हैं। इसलिए उनका नाम सीएम के लिए फाइनल किया जाना लगभग असंभव है। वहीं यदि सुखजिंदर सिंह रंधावा का नाम आता है तो निश्चित तौर पर सिद्धू उनकी हिमाकत करेंगे।
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प्रदेश में कुछ नेताओं ने सिख नेता को नया सीएम बनाने पर भी जोर दिया है। सुखजिंदर सिंह रंधावा सिख नेता है इसके अतिरिक्त उनका कांग्रेस के साथ पुराना नाता है। उनके पिता संतोख सिंह रंधावा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष रह चुके हैं।
बहरहाल नए मुख्यमंत्री को लेकर चंडीगढ़ के एक होटल में बैठकों का दौर जारी है। प्रदेश कांग्रेस प्रभारी हरीश रावत और पार्टी के केंद्रीय आॅब्जर्वर अजय मानक व हरीश चौधरी विधायकों की फीडबैक ले रहे हैं। वे विधायकों से एक-एक कर मुलाकात कर रहे हैं जो विधायक मौजूद नहीं हो सके उनसे फोन पर बात कर रहे हैं। अंतिम फैसला कांग्रेस की राष्टÑीय अध्यक्ष सोनिया गांधी ने करना है।
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