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इंडिया न्यूज,नई दिल्ली:
CBI Action In NSE Scam केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) की पूर्व चीफ चित्रा रामकृष्ण (Former Chief Chitra Ramakrishna) के सलाहकार रहे बाबा आनंद सुब्रमण्यम (Anand Subramaniam) को गिरफ्तार कर लिया है। कुछ वर्ष पहले एनएसई में गड़बड़ियों के आरोप में सुब्रमण्यम को अरेस्ट किया गया। अधिकारियों ने आज सुबह यह जानकारी दी। CBI, NSE,
सीबीआई के अफसरों ने बताया आनंद सुब्रमण्यम को तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई गिरफ्तार किया गया। पहले उनके आवास पर छापा मारा गया था। उनसे चेन्नई में तीन दिन तक पूछताछ की थी। कहा जा रहा है कि आनंद सुब्रमण्यम ही बाबा बनने का ढोंग कर रहा था। असल में वह बाबा नहीं है। इस बात के आरोप हैं कि यह व्यक्ति बाबा बनकर एनएसई प्रमुख चित्रा को प्रभावित कर रहा था।
सेक्युरिटी एक्सचेंज बोर्ड आफ इंडिया (SEBI) का कहना है कि आनंद को एक अप्रैल 2016 को चेन्नई स्थित एनएसई के दफ्तर में चीफ स्ट्रैटिजिक एडवाईजर नियुक्त किया गया था।
दिलचस्प यह है कि उसी दिन आनंद की पत्नी सुनीता आनंद को एनएसई के चेन्नई स्थित क्षेत्रीय कार्यालय में ही सलाहकार के रूप में नौकरी मिली थी। तब सुनीता की महीने की सैलरी 60 लाख रुपए तय की गई थी। सुनीता आनंद की सैलरी महज 3 साल में करीब तीन गुना बढ़कर 2016 तक 1.33 करोड़ रुपये हो गई। वहीं आनंद का पर मंथ वेतन 1.68 करोड़ रुपए था। सुनीता एक अप्रैल 2013 से 31 मार्च 2014 के बीच चेन्नई के कार्यालय में रही।
चित्रा रामकृष्ण 2013 से लेकर 2016 तक नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) की सीईओ और एमडी रहीं। वे 1990 में एनएसई की शुरूआत से ही इससे जुड़ी थीं। उन्हें 2009 में एनएसई का संयुक्त प्रबंध निदेशक नियुक्त किया गया था। 2013 में उन्हें सीईओ पद सौंप दिया गया। 2016 में उन्हें पद के गलत इस्तेमाल और एक घोटाले से नाम जुड़ने के बाद एनएसई से निकाल दिया गया। चित्रा पर आरोप हैं कि उन्होंने 2013 से 2016 के बीच पद पर रहते हुए कई ऐसे फैसले लिए, जिन्हें शेयर बाजार के हित से जुड़ा नहीं माना गया। इनमें एक फैसला था आनंद सुब्रमण्यम की नियुक्ति का, जिनके लिए चित्रा ने एनएसई में अधिकारी स्तर का पद सृजित किया।
एनएसई में सुब्रमण्यम की भर्ती सीधे चित्रा रामकृष्ण ने की। आरोप है कि इसके लिए स्टॉक एक्सचेंज के ह्यूमन रिसोर्स (HR) डिपार्टमेंट से भी चर्चा नहीं की गई। इसके अलावा एनएसई में भर्ती के लिए कोई विज्ञापन या नोटिस भी जारी नहीं हुआ था, न ही इस पद के लिए कोई और नाम सामने आए। सुब्रमण्यम की भर्ती सीधे रामकृष्ण से इंटरव्यू के बाद हो गई थी। जांच कहती है कि नियुक्ति के बाद सुब्रमण्यम की तनख्वाह और मुआवजे को अप्रत्याशित रूप से बढ़ाया गया।
एनएसई (NSE) में हो रहे इस गड़बड़झाले पर सेबी की जांच के दौरान सामने आया कि चित्रा रामकृष्ण रामकृष्ण ने स्टॉक एक्सचेंज की कई आंतरिक गोपनीय जानकारियां बाहर साझा कीं। इन जानकारियों में एनएसई (NSE) की संगठनात्मक संरचना (यानी कौन किस पद पर है, क्या कार्य करता है), डिविडेंड सिनेरियो (लाभांश परिदृश्य), वित्तीय नतीजे, मानव संसाधन विभाग की नीतियां, विनियामकों को दी गई प्रतिक्रियाएं शामिल थीं। चित्रा ने यह जानकारियां 2014-2016 के बीच एक अज्ञात व्यक्ति से शेयर की थीं।
सीबीआई अफसरों ने बताया कि एनएसई को-लोकेशन घोटाले को लेकर स्कैम को लेकर आनंद सुब्रमण्यम को गिरफ्तार किया गया है। कुछ साल पहले हुए इस स्कैम में अभी यह पहली गिरफ्तारी है। जानकारी के मुताबिक आनंद सुब्रमण्यम को उसके चेन्नई वाले घर से कल रात को गिरफ्तार किया गया। उसे दिल्ली में सीबीआई हेडक्वार्टर लाया जाएगा। इसके बाद हिरासत के लिए उसे अदालत में पेश किया जाएगा।
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