देश

Chabahar Port: चाबहार पोर्ट को लेकर तालिबान ने किया भारत का समर्थन, पाकिस्तान को बड़ा झटका- Indianews

India News (इंडिया न्यूज़), Chabahar Port: अफगानिस्तान में सत्ता पर काबिज तालिबान ने चाबहार बंदरगाह पर भारत का खुलकर समर्थन किया है और यह भी संकेत दिया है कि अफगान प्रशासन, जो अब तक आयातित उत्पादों के लिए पूरी तरह से पाकिस्तान के कराची बंदरगाह पर निर्भर था, चाबहार बंदरगाह को अपनाने के लिए तैयार है। तैयार हो गया है। तैयार हो गया है। तैयार हो गया है।

तालिबान ने क्या कहा?

इसके साथ ही तालिबान ने पिछली अफगान सरकार के कार्यकाल के दौरान 2016 में भारत और ईरान के साथ हुए तीन-पक्षीय समझौते को मान्यता देने का संकेत दिया है। तालिबान के जबीउल्लाह मुजाहिद ने चाबहार पोर्ट को लेकर विस्तृत बयान जारी किया है. यह बयान भारत और ईरान के बीच चाबहार बंदरगाह के प्रबंधन को लेकर हुए समझौते के बाद आया है.

Lok Sabha Election 2024: छठे चरण का चुनाव प्रचार हुआ बंद, 58 सीटों के लिए 25 मई को होगा वोटिंग

पाकिस्तान को लग सकता है झटका

बताया जा रहा है कि भारत, ईरान और तालिबान के बीच चाबहार पोर्ट को लेकर पहले हुए त्रिपक्षीय समझौते को दोबारा लागू करने को लेकर बातचीत हो रही है. ये पाकिस्तान के लिए बड़ा झटका साबित हो सकता है क्योंकि फिलहाल इन तीनों के साथ उसके रिश्ते तनावपूर्ण हैं.

तालिबान प्रवक्ता ने कहा, अफगानिस्तान वर्तमान में अपने आयात और निर्यात के लिए काफी हद तक पाकिस्तान के कराची बंदरगाह पर निर्भर है, लेकिन चाबहार बंदरगाह उसे एक विकल्प देता है जो अफगानिस्तान की एक ही गलियारे पर निर्भरता को खत्म कर देगा। यह बंदरगाह भारत, मध्य एशिया और अन्य क्षेत्रों के बाजारों से संपर्क स्थापित कर सकता है। यह अफगानिस्तान की स्थिरता और विकास के लिए अहम साबित हो सकता है. अफगानिस्तान कई देशों के साथ व्यापार कर सकता है।

अफगानिस्तान की भूमिका अहम है

उन्होंने यह भी कहा है कि चाबहार के सफल ऑपरेशन के लिए अफगानिस्तान की भूमिका अहम होगी. चाबहार परियोजना को आगे बढ़ाने के लिए अफगानिस्तान का राजनीतिक सहयोग भी बहुत महत्वपूर्ण है। चुनौतियों से पार पाने और दीर्घकालिक लक्ष्य हासिल करने के लिए इस संबंध में ईरान और भारत के साथ निरंतर समन्वय की आवश्यकता है।

चीन तालिबान के संपर्क में है

गौरतलब है कि भारत द्वारा विकसित किये जा रहे ईरान के चाबहार बंदरगाह की तुलना पाकिस्तान में चीन द्वारा बनाये जा रहे ग्वादर बंदरगाह से की जाती है। ग्वादर बंदरगाह को चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे के तहत विकसित किया जा रहा है और चीन इस बंदरगाह को अफगानिस्तान के माध्यम से मध्य एशियाई देशों तक पहुंच देने का भी इरादा रखता है।

यही वजह है कि काबुल से अमेरिका की वापसी के बाद चीन ने तालिबान से लगातार संपर्क बनाए रखा है. लेकिन इस योजना में एक बड़ी समस्या पाकिस्तान और तालिबान के बीच लगातार बिगड़ते रिश्ते हैं. यही वजह भी है कि तालिबान ने चाबहार पोर्ट के समर्थन में बयान जारी किया है ताकि पाकिस्तान को एक संदेश दिया जा सके.

Pune Car Crash: पुणे पॉर्श दुर्घटना में आया नया मोड़, आरोपी युवक के पिता ने किया ये दावा-Indianews

Mahendra Pratap Singh

Recent Posts

UP में किसान की गला दबाकर उतारा मौत के घाट…मचा हड़कंप, जांच में जुटी पुलिस

India News (इंडिया न्यूज),UP News:  उत्तर प्रदेश के बरेली में एक किसान की हत्या कर…

1 minute ago

Bhopal:सौरभ शर्मा मामले में नया मोड़:केयरटेकर और मां ने खोले कई राज,52 किलो सोने पर सवाल बरकरार

India News(इंडिया न्यूज),Saurabh Sharma Case: सौरभ शर्मा से जुड़े सनसनीखेज मामले में उनके केयरटेकर और…

4 minutes ago

जिसे पूर्व पीएम नेहरु ने ठुकरा दिया था, वहीं पर पाकिस्तान और चीन ने कर दिया खेला, अब भारत को होगा पछतावा?

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ ने हवाई अड्डे को चीन की ओर से एक उपहार…

7 minutes ago

शरीर को स्लो पोइज़न बन खा जाती है ये काली-पीली सब्जी…अगर आप भी कर रहे है सेवन तो तुरंत दे छोड़

Sprouted Potatoes's Harmfull Impact on Body: शरीर को स्लो पोइज़न बन खा जाता है अंकुरित…

8 minutes ago

गौ आधारित खेती है पुण्य, साथ में बचत और सतत विकास का आधार भी, प्राकृतिक खेती की पैरवी करते हुए बोले CM योगी

India News (इंडिया न्यूज),Yogi Adityanath: हाल ही में एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने…

10 minutes ago

इन 5 देशों में नहीं रहता एक भी मुसलमान, एक का हैप्पिनेस इंडेक्स कॉपी करती है दुनिया

Muslim Population In World: एसोसिएशन फॉर एशियन स्टडीज की रिपोर्ट के अनुसार, दुनिया में 5…

15 minutes ago