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तीन में से दो लक्ष्यों को चंद्रयान-3 ने किया हासिल, अब इस काम के लिए निकला रोवर प्रज्ञान

India News (इंडिया न्यूज़), Chandrayaan 3, नई दिल्ली: चंद्रयान-3 का लैंडर विक्रम और रोवर प्रज्ञान चांद पर अपना बड़े ही काम सटीक तरह से कर रहा है। ISRO ने जानकारी दी कि मिशन चंद्रयान-3 के 3 में से दो उद्देश्य हासिल कर लिए गए हैं। जबकि वैज्ञानिक तीसरे उद्देश्य के लिए प्रयोग जारी रखे हैं। स्पेस ऑर्गेनाइजेशन ने बताया कि चंद्रयान-3 के सभी पेलोड सामान्य रूप से काम कर रहे हैं। जिन दो उद्देश्यों को चंद्रयान ने हासिल कर लिया है। उनमें चंद्रयान-3 की सफल सॉफ्ट लैंडिंग और रोवर प्रज्ञान की चहलकदमी शामिल है।

राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस के रूप में मनाया जाएगा 23 अगस्त

शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ISRO के वैज्ञानिकों से मुलाकात की। चंद्रयान-3 की सॉफ्ट लैंडिंग का दिन यानी कि 23 अगस्त को पीएम मोदी ने अब राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की है। लैंडर के लैंडिंग पॉइंट को पीएम मोदी ने ‘शिवशक्ति’ नाम दिया है। इसके साथ ही चंद्रयान-2 ने चांद पर अपने निशान छोड़ दिए थे। जिसे पीएम मोदी ने तिरंगा पॉइंट नाम दिया है। चंद्रयान-2 का उद्देश्य चांद के दक्षिणी ध्रुव पर पानी की खोजना था। जिसे मिशन को अब चंद्रयान-3 पूरा करेगा।

चंद्रमा पर क्या करेगा प्रज्ञान?

चांद पर विक्रम के साथ पहुंचा प्रज्ञान दो पेलोड्स से लैस है। जो कि चंद्रमा की सतह की अच्छे से स्टडी करेगा। इसमें एक्स-रे स्पेक्ट्रोमीटर और LASER स्पेक्ट्रोस्कोप लगा है। चांद की सतह पर लेजर (LASER) मौजूद तत्वों की क्वांटिटी और क्वालिटी के बारे में बताएगा। चांद की सतह को अच्छे से एक्सप्लोर कर ISRO की इसकी जानकारी देगा। इसके साथ ही एक्स-रे ये भी देखेगा कि कैल्शियम, टाइटेनियम, आयरन, मैग्नीशियम, सिलिकन, पोटाशियम और मैग्नीशियम के एलिमेंटल कंपोजिशन के बारे में भी पता लगाएगा। इसके साथ ही लैंडर विक्रम के आस-पास पड़े पत्थरों की स्टडी करेगा। इसके अलावा प्रज्ञान यह भी साफ करेगा कि चांद पर मौजूद क्रेटर में पानी के कण मौजूद हैं या नहीं।

सभी पहलुओं को Chandrayaan 3 ने 100 फीसदी किया पूरा

चंद्रयान-3 के चंद्रमा पर साउथ पोल पर सॉफ्ट लैंडिंग की बड़ी कामयाबी से ISRO मनमुग्ध है। इसके चीफ एस सोमनाथ ने इसे सफलता पर कहा, “भारत और भी अंतरिक्ष मिशन लॉन्च करने के लिए सक्षम है। प्रधानमंत्री मोदी का स्पेस सेक्टर को लेकर लॉन्ग-टर्म विजन है। इसे पूरा करने के लिए इसरो पूरी तरह से तैयार है। हमने सिर्फ सॉफ्ट लैंडिंग का ही लक्ष्य हासिल नहीं किया, बल्कि चंद्रयान-3 के सभी पहलुओं को 100 फीसदी पूरा किया। पूरा देश इससे खुश है और हमें दुआएं दे रहा है।”

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Akanksha Gupta

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