1 अक्टूबर से शुरू हुआ विशेष अभियान
रेलवे का यह बड़ा ऑपरेशन 1 अक्टूबर 2025 से शुरू हुआ। इस दौरान यात्रियों की बढ़ती संख्या को ध्यान में रखते हुए 20 दिनों के भीतर 4,211 विशेष ट्रेनों का संचालन किया गया. इन विशेष ट्रेनों की मदद से अब तक 1 करोड़ से अधिक यात्री आरामदायक यात्रा कर अपने गंतव्य तक पहुंच चुके हैं. रेलवे ने अनुमान लगाया है कि त्योहारों की भीड़ को देखते हुए अगले कुछ हफ्तों में 7,800 और विशेष ट्रेनें चलाई जाएंगी. इस कदम से यात्रियों को टिकट की उपलब्धता में आसानी होगी और यात्रा में भीड़ का दबाव भी कम होगा.
बड़े स्टेशनों पर विशेष निगरानी
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि त्योहारों के इस व्यस्त सीजन में सूरत, मुंबई, कोयंबटूर, हैदराबाद और बेंगलुरु जैसे प्रमुख रेलवे स्टेशनों पर लगातार निगरानी रखी जा रही है. प्रत्येक जोन और मंडल में “वॉर रूम” स्थापित किए गए हैं, जहां से 24×7 यात्रियों की आवाजाही और ट्रेनों की स्थिति पर नजर रखी जा रही है. नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भी एक मिनी कंट्रोल रूम बनाया गया है, जो रियल टाइम में यात्रियों की भीड़, व्यवस्था और सुरक्षा पर नजर रखता है.
एक ही दिन में 6.5 लाख यात्रियों को मिली सुविधा
सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर साझा किया कि 20 अक्टूबर को रेलवे ने 251 विशेष ट्रेनों के माध्यम से 6.5 लाख से अधिक यात्रियों को यात्रा सुविधा उपलब्ध कराई. पिछले साल की तुलना में इस साल त्योहारों के दौरान यात्रियों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई है और रेलवे ने इस चुनौती को अवसर में बदलते हुए अतिरिक्त संसाधनों की तैनाती की है.
Festive journeys made smoother by #IndianRailways! 🚆
On 20th October alone, around 6.5 lakh passengers were facilitated via 251 special trains.#FestivalSpecialArrangements pic.twitter.com/tKH51ds7aY
— Ministry of Information and Broadcasting (@MIB_India) October 21, 2025
यात्रियों की सुविधा के लिए खास इंतज़ाम
त्योहारों के दौरान स्टेशनों पर भारी भीड़ को संभालने के लिए रेलवे ने कई विशेष सुविधाएं शुरू की हैं:
- समर्पित होल्डिंग एरिया, ताकि प्लेटफॉर्म पर भीड़ न हो.
- अतिरिक्त टिकट काउंटर, जिससे टिकट बुकिंग में देरी न हो.
- पर्याप्त मात्रा में पेयजल और स्वच्छ शौचालयों की व्यवस्था.
- कमांड सेंटर से भीड़भाड़ और शिकायतों पर तुरंत एक्शन.
इन कदमों से न सिर्फ स्टेशन पर भीड़ का दबाव कम हुआ है, बल्कि यात्रियों के अनुभव में भी सुधार आया है.
गलत सूचनाओं पर सख्त नजर
भीड़भाड़ के बीच अफवाहों से बचाव भी रेलवे के मिशन का अहम हिस्सा है. सोशल मीडिया पर पुराने वीडियो और तस्वीरों के जरिए फैलाई जा रही भ्रामक सूचनाओं पर रेलवे ने सख्ती दिखाई है. पिछले पांच दिनों में ऐसे 40 से अधिक मामलों की पहचान की गई है और कई हैंडल्स के खिलाफ FIR भी दर्ज की गई है. रेलवे के आधिकारिक क्षेत्रीय सोशल मीडिया हैंडल लगातार सटीक जानकारी साझा कर रहे हैं और यात्रियों को सचेत कर रहे हैं.