संबंधित खबरें
‘कुछ लोग खुश है तो…’, महाराष्ट्र में विभागों के बंटवारें के बाद अजित पवार ने कह दी ये बड़ी बात, आखिर किस नेता पर है इनका इशारा?
कांग्रेस को झटका देने की तैयारी में हैं उमर अब्दुल्ला? पिछले कुछ समय से मिल रहे संकेत, पूरा मामला जान अपना सिर नोंचने लगेंगे राहुल गांधी
खतरा! अगर आपको भी आया है E-Pan Card डाउनलोड करने वाला ईमेल? तो गलती से ना करें क्लिक वरना…
मिल गया जयपुर गैस टैंकर हादसे का हैवान? जांच में हुआ चौंकाने वाला खुलासा, पुलिस रह गई हैरान
भारत बनाने जा रहा ऐसा हथियार, धूल फांकता नजर आएगा चीन-पाकिस्तान, PM Modi के इस मास्टर स्ट्रोक से थर-थर कांपने लगे Yunus
‘जर्सी नंबर 99 की कमी खलेगी…’, अश्विन के सन्यास से चौंक गए PM Modi, कह दी ये बड़ी बात, क्रिकेट प्रशसंक भी रह गए हैरान
India News(इंडिया न्यूज़), Chhattisgarh Election 2023: छत्तीसगढ़ में सत्ताधारी कांग्रेस ने एक बड़ा फैसला लेते हुए राज्य के वरिष्ट नेता और स्वास्थ मंत्री टीएस सिंहदेव को एक बड़ी जिम्मेदारी दी। टीएस सिंहदेव को डिप्टी सीएम की जिम्मेदारी सौपी गई है। मालूम हो प्रदेश में टीएस सिंहदेव पहले डिप्टी सीएम होंगे। अब सवाल ये उठ रहा है कि प्रदेश में विधानसभा चुनाव के मात्र 5 महीने पहले कांग्रेस ने ये बड़ा फैसला क्यों लिए और चुनाव के ठीक पहले टीएस सिंहदेव को इतनी बड़ी जिम्मेदारी देकर क्या कांग्रेस पार्टी ने गुटबाजी और नाराजगी खत्म कर दी है।
बता दे कि बुधवार (28 जून) को दिल्ली में कांग्रेस की अहम बैठक आयोजित की गई थी। इस बैठक में राज्य कांग्रेस के सभी सीनियर नेता मौजूद थे। वहीं, टीएस सिंहदेव को उपमुख्यमंत्री बनाकर कांग्रेस ने राज्य में डैमेज कंट्रोल की करने की कोशिश की है।
बता दें कि पीछले कुछ दिनों पहले सरगुजा संभाग में कांग्रेस के संभागीय सम्मेलन का आयोजन किया गया था। इस दौरान टीएस सिंहदेव के समर्थक काफी नाराज दिख रहे थे। यहीं नहीं मंच पर भी ढाई-ढाई साल के मुख्यमंत्री की बात की जाने लगी थी। वहीं, इस दौरान स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा था कि कई राजनीतिक दल उनसे संपर्क कर रहे हैं। उनका ये भी कहना था कि बीजेपी का शीर्ष नेतृत्व के नेता भी उनसे संपर्क में था। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि छत्तीसगढ़ में आपसी गुटबाजी को खत्म करने के लिए टीएस सिंहदेव को उपमुख्यमंत्री बनाया गया है।
सरगुजा संभाग की अंबिकापुर विधानसभा सीट से टीएस सिंहदेव लगातार तीन बार विधायक बने हैं। इस लिहाज से सरगुजा टीएस सिंहदेव का गढ़ माना जाता है। वहीं, टीएस सिंहदेव का एक बयान सोशल मीडिया में वायरल हुआ था। जिसमें उन्होंने कहा था कि 2018 में हमने सरगुजा संभाग की 14 सीटों पर जीत दर्ज की थी।
गौरतलब है कि प्रदेश में 2023 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को जीत पर सभी 14 सीटों संशय है। इसी को लेकर टीएस सिंहदेव ने कांग्रेस की जीत पर भी सवाल उठाया था। टीएस सिंहदेव कई बार ढाई-ढाई साल के सीएम फॉर्म्युले को लेकर अपनी नाराजगी जता चुके थे। रायपुर में कांग्रेस के राष्ट्रीय अधिवेशन के दौरान भी सिंहदेव ने कहा था कि मैं भी सीएम बनना चाहता हूं।
बता दें कि टीएस सिंहदेव ने इस बार छत्तीसगढ़ 2023 का विधानसभा चुनाव लड़ने को लेकर भी बयान दिया था। उनका कहना था कि मैं विधानसभा चुनाव के लिए पहले से तैयारी शुरू कर देता हूं लेकिन इस बार अभी तक तैयारी नहीं कि है। कार्यकर्ता और समर्थकों से चर्चा के बाद ही मैं इस बार का चुनाव लड़ने का फैसला करूंगा।
“उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ में 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की जीत में टीएस सिंहदेव का बड़ा रोल रहा था। प्रदेश में चुनाव के लिए कांग्रेस का मेनिफेस्टो टीएस सिंहदेव ने ही तैयार किया था। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद सीएम के लिए ढाई-ढाई साल का फॉर्मूला को लेकर चर्चा हुई थी। जिसके बाद भूपेश बघेल के समर्थक और टीएस सिंहदेव के समर्थक प्रदेश में अलग-अलग नजर आने लगे थे।”
ये भी पढ़ें- Eid al-Adha 2023: ईद-उल-अजहा के अवसर पर महबूबा मुफ्ती ने कश्मीर को मुश्किलों में बताते हुए की ये दुआ
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.