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इंडिया न्यूज, लेह:
China Installs Mobile Tower Near LAC चीन अपनी हरकतों से बाज नहीं आने वाला है। अब पूर्वी लद्दाख में उसकी एक और चाल बेनकाब हुई है। बीजिंग ने ईस्टर्न लद्दाख (Eastern Ladakh) में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) के पास तीन मोबाइल टावर लगा दिए हैं और इससे साफ है कि वह एलएसी (LAC) पर अपना दूरसंचार नेटवर्क भी मजबूत कर रहा है। वास्तविक नियंत्रण रेखा के अग्रिम इलाके में स्थित चीन के कब्जे वाले क्षेत्र में बीजिंग द्वारा लगाए गए तीन नए मोबाइल टॉवरों की तस्वीरें सामने आई हैं। पार्षद कोंचोक स्टैंजिन (Councillor konchok stanzin) ने ये तस्वीरें शेयर की हैं। कोंचोक लद्दाख स्वायत्त पहाड़ी विकास परिषद लेह के चुशुल से पार्षद हैं।
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कोंचोक स्टैंजिन ने ट्विटर हैंडल पर लिखा, चीन ने पैंगोंग झील (Pangong Lake) पर पुल बनाने का काम पूरा करने के बाद अब तीन मोबाइल टॉवर स्थापित कर दिए हैं जो चिंता का विषय है? उन्होंने बताया है कि हॉट स्प्रिंग में ये टावर लगाए गए हैं और यह इलाका भारतीय क्षेत्र के बिल्कुल नजदीक है। गौरतलब है कि चुशुल निर्वाचन क्षेत्र एकदम एलएसी से सटा हुआ है। इस इलाके में स्थानीय ग्रामीणों को भी चीन की हरकतें अक्सर दिख जाती हैं।
कोंचोक स्टैंजिन ट्विटर हैंडल पर यह भी बताया है कि हमारे यहां आबादी वाले क्षेत्र में भी 4जी की सेवा उपलब्ध नहीं है। बता दें कि चुशुल निर्वाचन क्षेत्र के 11 गांवों में अब तक 4जी की सुविधा नहीं पहुंच पाई है। गौरतलब है कि कि मेरक व मन सहित कुछ अन्य गांव वास्तविक नियंत्रण रेखा से बिल्कुल सटे हुए हैं।
यहां से पैंगोंग झील के उस पार पहाड़ की चोटियों पर चीन की एक्टिविटी साफ नजर आती हैं। पैंगोंग का फिंगर क्षेत्र चीन से गतिरोध के बीच सबसे ज्यादा समय तक भारत व चीन की सेनाओं में तनातनी का इलाका रहा है। दोनों देशों के बीच कई दौर की वार्ता से हालांकि गतिरोध का स्तर पहले के बजाए काफी कम हुआ है।
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