India News (इंडिया न्यूज), Delhi Election 2025 : दिल्ली के लिए आज बड़ा दिन है। आज यानी 8 फरवरी, शनिवार को दिल्ली चुनाव के नतीजे आएंगे। एग्जिट पोल की मानें तो मुकाबला सीधे तौर पर बीजेपी और आप के बीच है। सुबह 8 बजे से अलग-अलग मतगणना केंद्रों पर वोटों की गिनती की जाएगी। जानकारी के लिए बता दें कि वोटों की गिनती राउंड के हिसाब से होती है। जहां ज्यादा राउंड में गिनती होगी, वहां नतीजे देर से आएंगे और जहां कम राउंड में गिनती होगी, वहां नतीजे जल्दी आने की उम्मीद है।
आमतौर पर हर विधानसभा में मतगणना के लिए 7 से 14 टेबल लगाई जाती हैं। हर टेबल पर एक बार में एक बूथ की ईवीएम खोली जाती है। एक विधानसभा क्षेत्र में कितने मतदान केंद्र हैं। यह इस बात पर निर्भर करता है कि वहां कितने राउंड में मतगणना होगी। उदाहरण के लिए अगर किसी विधानसभा क्षेत्र में 200 बूथ (मतदान केंद्र) हैं और मतगणना के लिए 10 टेबल लगाई गई हैं, तो 20 राउंड में मतगणना की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।
Delhi Election 2025 : दिल्ली चुनाव 2025
इस हिसाब से दिल्ली कैंट में मतगणना 8 राउंड में पूरी हो सकती है। वहीं विकासपुरी, मटियाला और बुराड़ी जैसे विधानसभा क्षेत्रों में सबसे ज्यादा समय लग सकता है। इन सभी क्षेत्रों में 25 से ज्यादा राउंड में वोटों की गिनती की जाएगी।
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मतगणना की प्रक्रिया सुबह 8 बजे शुरू होगी। पहले आधे घंटे में सिर्फ डाक मतपत्रों की गिनती की जाती है। उसके बाद करीब 8:30 बजे ईवीएम की गिनती शुरू होती है। इसके साथ ही डाक मतपत्रों की गिनती भी साथ-साथ चलती रहती है। नियमों के मुताबिक ईवीएम की आखिरी राउंड की गिनती शुरू होने से पहले डाक मतपत्रों की गिनती पूरी हो जानी चाहिए। अगर ऐसा नहीं होता है तो मशीन की गिनती रोक दी जाएगी और सबसे पहले डाक मतपत्रों की गिनती पूरी की जाएगी। फिर आखिरी राउंड के वोट गिने जाएंगे। इसके बाद मशीन से गिनती पूरी होने के बाद पांच बूथों के वीवीपैट को रैंडम तरीके से चुना जाएगा और फिर गिनती और मिलान की बारी आएगी।
जानकारी के लिए बता दें कि ईवीएम मशीनें मतगणना केंद्र परिसर में ही बने स्ट्रांग रूम में रखी जाती हैं। इसके बाद सुबह मतगणना से पहले मौजूद प्रत्याशियों की निगरानी में स्ट्रांग रूम को खोला जाता है। स्ट्रांग रूम से मतगणना टेबल तक ईवीएम ले जाने के लिए एक गलियारा बनाया जाता है। अधिकृत कर्मचारियों के अलावा वहां किसी को जाने की इजाजत नहीं होती। इस गलियारे का हर हिस्सा सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में होता है और सुरक्षाकर्मी तैनात रहते हैं।
मतों की गिनती प्रत्याशियों या उनके मतगणना एजेंटों के सामने चलती रहती है। जब मतों की गिनती पूरी हो जाती है तो प्रत्याशियों के बीच आम सहमति बनने के बाद चुनाव परिणाम की घोषणा की जाती है। ऐसा न होने पर दोबारा मतगणना का भी प्रावधान है। परिणाम घोषित होने के बाद उस सीट का रिटर्निंग ऑफिसर विजयी प्रत्याशी को निर्वाचन का प्रमाण पत्र देता है।
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