India News (इंडिया न्यूज), Devendra Fadnavis Call Uddhav Thackeray: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने गुरुवार (5 दिसंबर) को तीसरी बार राज्य के मुख्यमंत्री का पदभार संभाला। राज्यपाल सी.पी. राधाकृष्णन ने पीएम मोदी की मौजूदगी में फडणवीस को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। इससे एक दिन पहले 4 दिसंबर को फडणवीस ने शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे को फोन कर शपथ ग्रहण समारोह के लिए आमंत्रित किया था। दरअसल, नियमों के मुताबिक शपथ ग्रहण के लिए विपक्षी दल को भी आमंत्रित किया जाना है। फडणवीस ने बताया कि उन्होंने वरिष्ठ नेता शरद पवार, वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री सुशील कुमार शिंदे, पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण, शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे को शपथ ग्रहण समारोह में बुलाया था।
बता दें कि, देवेंद्र फडणवीस के शपथ ग्रहण समारोह में विपक्ष की अनुपस्थिति चर्चा का विषय बनी रही। वहीं इस बारे में जब फडणवीस से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मैंने शरद पवार को फोन किया। शरद पवार ने कहा कि वे नहीं आ पाएंगे क्योंकि संसद का शीतकालीन सत्र चल रहा है, लेकिन उन्होंने मुझे मुख्यमंत्री पद के लिए शुभकामनाएं दीं। फडणवीस ने आगे कहा कि उद्धव ठाकरे को भी शपथ ग्रहण समारोह में आमंत्रित किया गया था। हमारी अच्छी बातचीत हुई। उन्होंने मुझे बधाई दी और मेरे अच्छे स्वास्थ्य की कामना की।
Devendra Fadnavis Call Uddhav Thackeray: जब मातोश्री में बजा फोन
देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि अगर शपथ ग्रहण समारोह में महाराष्ट्र के विपक्षी दलों के नेता आते तो मुझे खुशी होती। साथ ही उन्होंने कहा कि वे 2019 में उद्धव ठाकरे के शपथ ग्रहण समारोह में गए थे। क्या विपक्ष राजनीति में कड़वाहट के कारण नहीं आया था? यह सवाल पूछे जाने पर फडणवीस ने कहा कि मुझे ऐसा नहीं लगता। कभी लोग आते हैं, कभी नहीं आते। उन्होंने कहा कि वे विपक्ष को उनकी संख्या के आधार पर नहीं आंकेंगे। उन्होंने न्यूज18 को दिए इंटरव्यू में कहा कि मैं उनकी समस्याएं भी सुनूंगा।
महाराष्ट्र के मख्यमंत्री ने कहा कि पिछले पांच साल चुनौतियों से भरे रहे। उन्होंने कहा कि साल 2019 में जनादेश मिलने के बाद भी उद्धव ठाकरे जी ने हमें धोखा दिया। हमने 2.5 साल तक लड़ाई लड़ी और उस समय हमारे सभी सहयोगी हमारे साथ थे। मैंने कभी किसी पोस्टिंग के लिए पैसे नहीं लिए और मेरे सभी के साथ अच्छे संबंध हैं।