India News ( इंडिया न्यूज़ ) United Kingdom News : ब्रिटेन में सरकारी वित्त-पोषित राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा (NHS) को अब तक की सबसे लंबी हड़ताल का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि UK में हजारों डॉक्टर्स ने वेतन के मुद्दे पर आज से पांच-दिवसीय वॉकआउट शुरू कर दिया है। इस दौरान ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने कहा है कि यह प्रस्ताव अंतिम है और वेतन के मामले में और अधिक बातचीत नहीं की जाएगी। उन्होंने सरकार से हड़ताल की घोषणा होने पर बात न करने की अपनी “निरर्थक पूर्व शर्त” को छोड़ने का आग्रह किया। स्वास्थ्य मंत्री स्टीव बार्कले ने कहा, “जूनियर चिकित्सकों के इस पांच-दिवसीय ‘वॉकआउट’ का हजारों मरीजों पर असर पड़ेगा, मरीजों की सुरक्षा खतरे में पड़ जाएगी और एनएचएस प्रतीक्षा सूची को कम करने के प्रयासों में बाधा आएगी।
मेडिकल की पढ़ाई के बाद के वर्षों में अपने करियर के शुरुआती चरण वाले तथाकथित जूनियर चिकित्सकों ने सुबह 7 बजे अपनी हड़ताल शुरू कर दी। इनमें से कई ने इंग्लैंड के अस्पतालों के बाहर पंक्तिबद्ध होकर 35 प्रतिशत वेतन वृद्धि को लेकर अपना पक्ष रखा। चिकित्सकों के संघ ‘ब्रिटिश मेडिकल एसोसिएशन’ (BMA) ने मुद्रास्फीति को ध्यान में रखते हुए जूनियर चिकित्सकों के वेतन को 2008 के स्तर पर वापस लाने के लिए 35 प्रतिशत वेतन वृद्धि की मांग की है।
बता दें 75,000 से अधिक जूनियर चिकित्सकों पर काम का बोझ बढ़ गया है, क्योंकि कोरोना वायरस महामारी के मद्देनजर इलाज के लिए प्रतीक्षारत मरीजों की संख्या रिकॉर्ड कायम कर चुकी है। BMA नेता डॉ रॉबर्ट लॉरेनसन और डॉ विवेक त्रिवेदी ने कहा कि आज NHS के इतिहास में चिकित्सकों द्वारा सबसे लंबे वॉकआउट की शुरुआत हुई है।
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