संबंधित खबरें
रास्ता भटक गई वंदे भारत एक्सप्रेस,जाना था कहीं और पहुंच गई कहीं और…मामला जान पीट लेंगे माथा
अजीत पवार का ‘भुजबल’ हुआ कम, भाजपा में शामिल होगा यह दिग्गज नेता! CM से मुलाकात के बाद मचा हड़कंप
'भारत नहीं पाकिस्तान के राष्ट्रपिता थे महात्मा गांधी', इस मशहूर हिंदूस्तानी ने मचाया बवाल, तिलमिला गए सुनने वाले
‘किस हद तक गिरोगे कुमार विश्वास’ सोनाक्षी सिन्हा पर भद्दा कमेंट करके बुरा फंसे ‘युगकवि’! सुप्रिया श्रीनेत ने लताड़ा
PM Modi ने 71 हजार युवाओं को बांटें Appointment Letters, जानें, किन सरकारी विभागों में हुई बंपर भर्ती ?
18 साल की उम्र में उठा ली AK-47… जाने कैसे मिली यूपी पुलिस को तीनों आतंकियों की खबर, क्या थे ऑपरेशन के मुख्य पॉइंट्स?
India News(इंडिया न्यूज), Naresh Tikait: किसान नेता नरेश टिकैत ने बुधवार को पहलवानों के समर्थन में खाप संगठन की बैठक बुलाई है। इससे पहले, मंगलवार को उनके हस्तक्षेप के बाद पहलवानों ने अपने मेडल को गंगा नदी में विसर्जित करने से रोक दिया।
मंगलवार को उन्होंने संवाददाताओं से बातचीत में कहा था कि वह इस संबंध में खाप संगठन के साथ बैठकर चर्चा करेंगे। उन्होंने आगे कहा कि पूरी भारत सरकार एक आदमी (डब्ल्यूएफआई प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह) को बचा रही है।
उन्होंने यह भी कहा, “हमारी बहादुर महिला एथलीटों ने बहुत मेहनत से ये पदक जीते हैं। वे देश का गौरव हैं, उन्हें इस तरह के कदम नहीं उठाने चाहिए, इसलिए वे मान गईं।”
बता दें कि बीते मंगलवार को, ओलंपिक पदक विजेता पहलवान बजरंग पुनिया और साक्षी मलिक विनेश फोगट के साथ, उत्तराखंड के हरिद्वार में ओलंपिक पदक सहित अपने सभी पदक विसर्जित करने के लिए पहुंचे। उन्होंने कहा कि इन मेडलों को हम गंगा में बहाने जा रहे हैं। जितना पवित्र हम गंगा को मानते हैं उतनी ही पवित्रता से हमने मेहनत कर इन मेडलों को हासिल किया था। पहलवानों ने कहा कि ये मेडल सारे देश के लिए ही पवित्र हैं और पवित्र मेडल को रखने की सही जगह पवित्र मां गंगा ही हो सकती है।
हरिद्वार पहुंचे खिलाड़ी अपने मेडल गंगा में बहाने से पहले भावुक हो गए, रो पड़े। घंटों तक घाट पर बैठे रहे। आसपास के कई लोगों की आंखें भी पहलवानों को देखकर नम हो गईं। खिलाड़ियों ने कहा कि मेडल हमारी जान हैं, हमारी आत्मा हैं। इनके गंगा में बह जाने के बाद हमारे जीने का भी कोई मतलब रह नहीं जाएगा। इसलिए हम इंडिया गेट पर आमरण अनशन पर बैठ जाएंगे। उन्होंने कहा, “अंदर से ऐसा महसूस कर रही हैं कि इस देश में हमारा कुछ बचा नहीं है। हमें वे पल याद आ रहे हैं जब हमने ओलंपिक, वर्ल्ड चैंपियनशिप में मेडल जीते थे। अब लग रहा है कि क्यों जीते थे।
उल्लेखनीय है कि पहलवान यौन उत्पीड़न के आरोपों को लेकर डब्ल्यूएफआई प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं और उनकी गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं।
Also Read: “उनका सिर हम झुकनें नहीं देंगे”, हरिद्वार में पहलवानों से मिलने के बाद बोले किसान नेता नरेश टिकैत
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.