नई दिल्ली (FM on Adani Crisis: This answer has not been given by the Finance Minister in the Supreme Court) : सुप्रीम कोर्ट में अडाणी मामले को लेकर दो जनहित याचिकायें दायर की गई थीं जिसपर कोर्ट ने शुक्रवार को सुनवाई की थी।
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सितारमण ने आज अडाणी मामले पर सुप्रीम कोर्ट की टिप्णी पर बोलते हुए कहा “भारत के नियामक बहुत अनुभवी हैं और वे अपने क्षेत्र के विशेषज्ञ हैं। नियामकों को इस मामले की बहुत जानकारी है। वे हमेशा की तरह सजग हैं।” वित्त मंत्री ने आज आरबीआई बोर्ड की बैठक के बाद अडानी-हिंडनबर्ग मामले पर सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी पर एक सवाल में यह जवाब दिया। यहां आपके जानकारी के लिए बता दें कि यह जवाब वित्त मंत्री ने सुप्रीम कोर्ट में नहीं दिया है बल्कि पत्रकारों से बात करते हुए कोर्ट के सवाल पर टिप्पणी करते हुए ऐसा कहा है।
दरअसल सुप्रीम कोर्ट में अडाणी मामले को लेकर दो जनहित याचिकायें दायर की गई थीं। याचिका का कारण अडाणी ग्रुप पर आए हिंडनबर्ग कि रिपोर्ट से भारतीय निवेशकों को भारती नुकसान होने का था। दायर याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को मामले की सुनवाई कि थी जहां मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ ने कहा “क्या हम इस मामले में हस्तक्षेप कर यह सुनिश्चित करें कि ऐसा दोबारा ना हो ? हम नीतिगत मामलों में नहीं पड़ना चाहते, यह सरकार का मामला है।” सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले पर वित्त मंत्रालय और सेबी से और अधिक स्पष्टता मांगी है कि वे निवेशकों के हितों की रक्षा कैसे सुनिश्चित करने की योजना बना रहे हैं। इसी सवाल पर बोलते हुए वित्त मंत्री ने यह बातें बोलीं। इससे पहले वित्त मंत्री ने इस मुद्दे को लेकर निवेशकों की आशंकाओं को दूर करते हुए कहा कि इस एक घटना से अंतरराष्ट्रीय बाजार में भारत की छवि पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
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