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Glimpses Of One India Best India Will Be Seen In The New Parliament
नई संसद में दिखेगी 'एक भारत, श्रेष्ठ भारत' की झलक, जानें किस राज्य से मंगाई गई कौन सी नायाब चीज
India News (इंडिया न्यूज़), New Parliament Building, नई दिल्ली: इन दिनों नया संसद भवन लगातार चर्चा में बना हुआ है। कल यानी कि रविवार, 28 मई को देश के नए संसद भवन का उद्घाटन किया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नए संसद भवन का उद्घाटन करेंगे। साथ ही ऐतिहासिक राजदंड सेंगोल भी स्थापित करेंगे। यह भवन […]
India News (इंडिया न्यूज़), New Parliament Building, नई दिल्ली: इन दिनों नया संसद भवन लगातार चर्चा में बना हुआ है। कल यानी कि रविवार, 28 मई को देश के नए संसद भवन का उद्घाटन किया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नए संसद भवन का उद्घाटन करेंगे। साथ ही ऐतिहासिक राजदंड सेंगोल भी स्थापित करेंगे। यह भवन जितना विशाल और स्मार्ट फीचर से लैस है। इसके निर्माण की कहानी भी उतनी ही दिलचस्प है।
एक तरह से देखा जाए तो ‘लोकतंत्र के मंदिर’ के निर्माण के लिए पूरा देश साथ आया है। नया संसद भवन ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ की सच्ची भावना को दर्शाता है। इसके निर्माण के लिए देश के अलग-अलग राज्यों से सामग्री मंगाई गई है। तो आइए जानते हैं कि नए संसद भवन के निर्माण के लिए कौन सा सामान देश के कौन से राज्य से मंगवाया गया है।
New Parliament Building
नई संसद के निर्माण में किस-किस से राज्य से आया सामान
नए संसद भवन के निर्माण के लिए राजस्थान के सरमथुरा से सैंडस्टोन यानी बलुआ पत्थर (लाल व सफेद) खरीदा गया है।
उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर से नई संसद के लिए कार्पेट मंगवाए गए हैं।
राजस्थान के जयपुर और महाराष्ट्र के औरंगाबाद से अशोक प्रतीक को मंगवाया गया है।
महाराष्ट्र के नागपुर से नई संसद के लिए सागौन (टिक वुड) की लकड़ी मंगाई गई है।
राजस्थान के जैसलमेर से लाल लाख लिया गया है।
नए संसद भवन के लिए बांस की लकड़ी की फ्लोरिंग त्रिपुरा की राजधानी अगरतला से मंगवाई गई है।
आबू रोड और उदयपुर से पत्थर की नक्काशी का काम लिया गया है। वहीं राजस्थान के कोटपूतली से भी कुछ पत्थर मंगवाए गए।
गुजरात के अहमदाबाद से ब्रास वर्क और प्री-कास्ट ट्रेंच लिए गए हैं।
नए संसद भवन के लिए मुंबई से भी कुछ फर्नीचर मंगाए गए थे।
हरियाणा के चकरी दादरी से एम-सैंड और एनसीआर, हरियाणा और उत्तर प्रदेश से फ्लाई ऐश ब्रिक्स को खरीदा गया था।
नए संसद के निर्माण के लिए दमन और दीव से एलएस/आरएस फाल्स सीलिंग स्टील संरचना ली गई।
सफेद संगमरमर पत्थर राजस्थान के अंबाजी से खरीदा गया है।
उत्तर प्रदेश के नोएडा और राजस्थान के राजनगर से स्टोन जाली वर्क्स लिए गए हैं।
भवन के निर्माण के लिए राजस्थान के उदयपुर से केसरिया ग्रीन स्टोन मंगवाया गया है।
नए संसद के लिए मध्य प्रदेश के इंदौर से अशोक चक्र लिया गया है