(इंडिया न्यूज़, Green corridor will be built along the Delhi-Mumbai Expressway): फरीदाबाद महानगर विकास प्राधिकरण (एफएमडीए) और हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (एचएसवीपी) मिलकर कारिडोर विकसित करेंगे। मिली जानकारी के मुताबिक, जहां-जहां एक्सप्रेस-वे का नाला तैयार हो गया है, वहां जल्द ग्रीन कारिडोर पर काम शुरू हो जाएगा। बता दें एक्सप्रेस-वे का निर्माण अगले साल पूरा होने का दावा किया जा रहा है।
इस दौरान ग्रीन कारिडोर भी तैयार करने का लक्ष्य है। उल्लेखनीय है कि बाईपास पर एक्सप्रेस-वे का निर्माण कार्य चल रहा है। 26 किलोमीटर बाईपास एक्सप्रेस-वे का हिस्सा बनेगी। इसके किनारे एचएसवीपी की ग्रीनबेल्ट पर एक्सप्रेस-वे की सर्विस रोड बनाने का काम चल रहा है। काफी पेड़ों को काटा जा चुका है। इसकी भरपाई के लिए ही ग्रीन कारिडोर विकसित करने की योजना तैयार की गई है। ग्रीन कारिडोर दर्जनभर से अधिक सेक्टरों को छूते हुए निकलेगा।
Green corridor will be built along the Delhi-Mumbai Expressway.
इसका सीधा लाभ सेक्टर में रह रहे हजारों लोगों को भी होगा। बताया जाता है कि कारिडोर के बीच-बीच में पार्क भी विकसित होंगे, साइडों में बेंच लगाई जाएंगी, लोगों के सैर करने के लिए ट्रैक बनेगा, स्ट्रीट लाइट के अलावा सीसीटीवी कैमरे भी लगाए जाएंगे। वहीं एक्सप्रेस-वे पर दौडऩे वाले वाहनों के धूल-धुंए को कारिडोर के पेड़-पौधे सेक्टर में जाने से रोकेंगे।
दरअसल, सेव अरावली संस्था के संस्थापक सदस्य जितेंद्र भडाना, कैलाश बिधुड़ी ने बताया कि हर साल सर्दी में वायु प्रदूषण बहुत बढ़ जाता है। पीएम 2.5 का स्तर 450 तक पहुंच जाता है इसलिए यहां अधिक पौधारोपण होना जरूरी है। ग्रीन कारिडोर में लगने वाले हजारों पौधे लोगों को सुकून देंगे. यहां लगने वाले हजारों पेड़-पौधे बढ़ते वायु प्रदूषण पर लगाम लगाएंगे।
एफएमडीए के मुख्य अभियंता एनडी वशिष्ठ का का कहना है कि ग्रीन कारिडोर पर अब काम शुरू किया जा सकता है। एक्सप्रेस-वे का नाला काफी जगह बन चुका है। इससे एक्सप्रेस-वे की हद तय हो गई है, इसलिए अब कारिडोर पर काम शुरू करने में दिक्कत नहीं है। एचएसवीपी की ओर से कारिडोर में पौधारोपण किया जाएगा। तारफेंसिंग सहित अन्य काम एफएमडीए करेगा.