India News (इंडिया न्यूज), VHP On Pakistan And Hamas : जैश-ए-मोहम्मद (JeM) और लश्कर-ए-तैयबा (LeT) ने भारत के खिलाफ आतंकी साजिश रचने के लिए अब हमास से हाथ मिलाया है। इसी कड़ी में POK में इन आतंकी संगठनों ने हमास के सीनियर नेताओं से मुलाकात की है। जानकारों के मुताबिक इसके पीछे भारत विरोधी प्रोपेगेंडा को और तेज करने के लिए ये गठजोड़ किया गया है। लेकिन ये बात तो पक्की है कि हमास के पीओके में दिखाई देने के बाद भारतीय सुरक्षा एजेंसियों के कान खड़े हो गए हैं। अब भारत में इसको लेकर विश्व हिंदू परिषद (VHP) ने इस मुद्दे पर भारतीय मुसलमानों की चुप्पी पर सवाल खड़े किए हैं।
VHP नेता विनोद बंसल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा कि, इस आतंकी गठजोड़ में भी पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई अहम भूमिका निभा रही है। किंतु, इस मसले में हमास के हमदर्द भारत के कट्टरपंथी मुस्लिम चुप्पी साधे बैठे हैं?
VHP On Pakistan-Hamas : पाकिस्तान-हमास पर VHP की प्रतिक्रिया
VHP के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने आगे कहा कि, जो लोग कल तक गाजा पर बाजा बजा रहे थे, फिलिस्तीन जिंदाबाद के नारे संसद में भी लगा रहे थे, वैश्विक आतंकियों की मौत पर कश्मीर में भी आंसू बहा रहे थे, वे अब कहां हैं? वे सब मुस्लिम तंजीमें, उलेमा और भड़काऊ भाई जान व आतंकियों की महबूबा इस मुद्दे पर भी क्या कुछ नहीं बोलेंगे? क्या उन्हें अब भी आतंकी हमास के विरोध में उसी तरह से प्रदर्शन नहीं करना चाहिए, जिस तरह से उन्होंने गाज के समर्थन में किया था? अब इन सब के सब भारत विरोधी तत्वों की एक बार फिर पोल खुल गई है!!
5 फरवरी को हमास और पाकिस्तान के बीच अपनी तरह की पहली मीटिंग हुई थी। असल में पाकिस्तान 5 फरवरी को ‘कश्मीर सॉलिडैरिटी डे’ के रूप में मनाता है और भारत विरोधी एजेंडा को बढ़ावा देता है। इस टेरर मीट का नाम ‘कश्मीर एकजुटता और हमास ऑपरेशन ‘अल अक्सा फ्लड’ सम्मेलन’ रखा गया था। इस मीट में श-ए-मोहम्मद के प्रमुख मसूद अजहर का भाई तल्हा सैफ, जैश कमांडर असगर खान कश्मीरी और मसूद इलियास और लश्कर के टॉप कमांडर शामिल हुए। ईरान में हमास के प्रतिनिधि डॉ. खालिद अल-कदौमी शामिल हुए।