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India News (इंडिया न्यूज), Indian Air Force Day 2023: 8 अक्टूबर यानि आज देश भारतीय वायु सेना दिवस को सेलिब्रेट कर रहा है। देश के युवाओं को राष्ट्रीय के प्रति सेवा प्रदान करने के लिए प्रत्साहन देने वाला ये 91वां इंडियन एयरफोर्स डे है। इस दिन का मेन उद्देश्य देश के लिए वायु सेना द्वारा किए गए महान कार्यों को याद करना और उनके योगदान की सराहा करना है। वहीं, इंडियन एयरफोर्स डे के अवसर पर महान देश प्रेमियों के बलिदान को याद करते हुए श्रद्धांजलि दी जाती है।
इंडिया एयरफोर्स डे ने कई ऐतिहासिक एयर बैटल लड़े हैं। जिन्होंने युद्ध के मैदान पर भारत की एक मजबूत करते हुए बड़ी विजय प्राप्त करने में भारी मदद की। इसके अलावा देश की रक्षा के लिए अभूतपूर्व और शानदार कौशल का प्रदर्शन किया है।
भारत में इंडियन एयरफोर्स की स्थापना 8 अक्टूबर 1932 को की गयी थी। इसी दिन को याद करते हुए प्रतिवर्ष इस दिन को 8 अक्टूबर को मनाया जाता है। वहीं, भारतीय वायु सेना का संस्थापक एयर मार्शल सुब्रोतो मुखर्जी रहे थे। देश की आजादी के बाद 1 अप्रैल 1954 सुब्रोतो मुखर्जी को भारतीय वायु सेना का पहला वायु सेना प्रमुख नियुक्त किया गया।।
इस बार भारत के 91वें वायु सेना दिवस की थीम “IAF – Airpower Beyond Boundaries” है। इसका अर्थ है “भारतीय वायु सेना- सीमाओं से परे” है। बता दें कि किसी भी दिन को मनाने के लिए उसकी थीम पहले ही तय कर दी जाती है और फिर उस दिन को उसी थीम को ध्यान में रखकर सेलिब्रेट किया जाता है। भारतीय वायुसेना का आदर्श वाक्य है- ‘नभ: स्पृशं दीप्तम’। यह गीता के 11वें अध्याय से लिया गया है। यह महाभारत के युद्ध के दौरान कुरूक्षेत्र में भगवान श्री कृष्ण द्वारा अर्जुन को दिए गए उपदेश का एक अंश है।
इंडियन एयरफोर्स का प्रमुख कार्य भारतीय एयरस्पेस (Indian Air Space) की सुरक्षा करने के साथ-साथ देश की सुरक्षा के लिए अन्य काम के लिए भी हमेशा तैयार रहने का है। भारतीय वायु सेना देश में जंग के महौल में अपने लड़ाकों के साथ महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। बता दें कि इसमें कोई दोराय नहीं कि देश को बाहरी खतरों से बचाना और एयरस्पेस से किसी तरह के भी हमले से देशवासियों की सुरक्षा का कार्य वायुसेना के कंधों पर ही है।
भारतीय वायुसेना ने कार्गिल युद्ध में विशेष योगदान दिया। इस युद्ध में जब पथरीले और संकरे पठारों तक वायुसेना के लड़ाकू विमानों ने दुश्मन का खात्मा किया था। इसके अलावा OPS 1971, OPS 1965 और OPS 1962 वायुसेना (Air Force) के कुछ सफल ऑपरेशन में शामिल हैं। मालूम हो कि वायुसेना की विजयगाथा लंबी है और उनके सम्मान में ही इस दिन को विजय दिवस की तरह मनाया जाता है।
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