India News (इंडिया न्यूज़), India Export: भारत बहुत तेजी से निर्यात के क्षेत्र में विकास कर रहा है। पुरे दुनिया में आर्थिक सुस्ती और संघर्षों के बीच भारत का एक्सपोर्ट तेजी से बढ़ेगा। साथ ही यह साल 2030 तक 1 ट्रिलियन डॉलर का रिकॉर्ड आंकड़ा भी पार कर लेगा। इस लक्ष्य को पाने में द्विपक्षीय समझौतों के अलावा फ्री ट्रेड एग्रीमेंट और अफ्रीका, लैटिन अमेरिका एवं सेंट्रल एशिया के बाजार काफी मदद करेंगे। भारत से महंगी धातुओं, मिनरल्स, ऑटोमोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक्स, फार्मा, आर्गेनिक केमिकल्स, टेक्सटाइल्स, मसाले और डिफेंस उत्पादों का निर्यात तेजी से बढ़ने की पूरी उम्मीद है।
भारत तलाश रहा कारोबार की नई संभावनाएं
बता दें कि, भारत से एक्सपोर्ट काफी तेजी से बढ़ रहा है। इस साल फरवरी में यह आकड़ा सालाना आधार पर 11.9 फीसदी उछलकर 41.4 अरब डॉलर हो गया था। वहीं पिछले साल मार्च के बाद यह सबसे बड़ा आंकड़ा था। इसमें फार्मा, इंजीनियरिंग और इलेक्ट्रिक उत्पादों ने अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। हाल ही में भारत ने अफ्रीका, लैटिन अमेरिका एवं मध्य एशिया के देशों के साथ व्यापार बढ़ाने पर जोर दिया है। जिससे निर्यात को बहुत मदद मिल रही है। इन सभी देशों के साथ अप्रैल से दिसंबर 2023 के बीच करीबन 23.4 करोड़ डॉलर का कारोबार हुआ है।
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भारत चुनौतियों के बावजूद करेगा अच्छा प्रदर्शन
बता दें कि, कुछ दिनों पहले ही 4 यूरोपीय देशों के साथ भारत ने एफटीए किया है। इन देशों में आइसलैंड, लाइकेंस्टाइन, नॉर्वे और स्विट्जरलैंड शामिल हैं। इस समझौते के बाद भारत के प्रोडक्ट यूरोप के बाजारों में आसानी से पहुंच सकेंगे। इसके साथ ही बहुत जल्द भारत के द्वारा ब्रिटेन, ओमान और कई यूरेशियन देशों के साथ भी एफटीए हो सकता हैं। आज के समय में भारत का सबसे अधिक निर्यात अमेरिका, हॉन्गकॉन्ग, चीन, सिंगापुर और यूनाइटेड किंगडम के साथ होता है। वहीं, फियो के डीजी अजय सहाय ने कहा है कि आने वाले कुछ वर्षों में निर्यात के क्षेत्र में बड़ी खुशखबरी आने वाली है। हम गुड्स एवं सर्विसेज में एक ट्रिलियन डॉलर एक्सपोर्ट का आंकड़ा साल 2030 तक आसानी से हासिल कर सकते हैं। परंतु, अगले वित्त वर्ष की शुरुआत में महंगाई और जिओ पॉलिटिकल समस्याएं एक्सपोर्ट के सामने चुनौती बनकर खड़ी हो सकती हैं।