DGCA Action On Indigo Issue: नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने इंडिगो एयरलाइन की बड़े पैमाने पर उड़ानें रद्द होने के मामले में अब एक बड़ा एक्शन लिया है. जहां, डीजीसीए ने कार्रवाई करते हुए एयरलाइन के संचालन और सुरक्षा की निगरानी करने वाले अपने चार फ्लाइट ऑपरेशंस इंस्पेक्टर्स (FOIs) को तत्काल प्रभाव से पूरी तरह से बर्खास्त कर दिया है. दरअसल, यह कार्रवाई निरीक्षकों द्वारा अपने निरीक्षण और कार्यों में लापरवाही बरतने की वजह से की गई है, जिसके कारण देश की सबसे बड़ी एयरलाइन में अब तक का सबसे बड़ा संकट देखने को मिला है.
आखिर क्यों की गई सख्त कार्रवाई?
इंडिगो एयरलाइन को हाल ही में पायलट दल के प्रबंधन में कमी और सुरक्षा नियमों को लागू करने में विफलता की वजह से हजारों उड़ानों को पूरी तरह से रद्द कर दिया गया था. इसके साथ ही यह संकट DGCA द्वारा लागू किए गए नए फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन (FDTL) नियमों के दूसरे चरण के प्रभावी होने के बाद भी उतपन्न हुआ.
लापरवाही और सुविधाओं के साथ किया गया खिलवाड़
बर्खास्त किए गए निरीक्षकों पर कई गंभीर आरोप लगे हैं कि वे इंडिगो की सुरक्षा और परिचालन अनुपालन यानी (Operational Compliance) की निगरानी के लिए के लिए पूरी तरह से जिम्मेदार थे, लेकिन उन्होंने पायलटों और क्रू के रोस्टरिंग सिस्टम की खामियों को समय रहते पकड़ने और उन पर कार्रवाई करने में गंभीर लापरवाही बरती गई है.
इतना ही नहीं, यात्रियों की असुविधा भी बड़े पैमाने में सबसे ज्यादा मायने रखती है. इस अव्यवस्था की वजह से देशभर के हवाई अड्डों पर हजारों यात्री कई घंटों तक फंसे रह गए, जिससे उन्हें भारी नुकसान का सामना करना पड़ा था. डीजीसीए के आदेश के मुताबिक, जिन चार फ्लाइट ऑपरेशंस इंस्पेक्टर्स की सेवाएं समाप्त की गई हैं, उनमें उप मुख्य एफओआई (Deputy Chief FOI) समेत वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल हैं.
एयरलाइन पर और क्या की गई अन्य कार्रवाई
डीजीसीए ने सिर्फ अपने अधिकारियों पर ही कार्रवाई नहीं की है, बल्कि इंडिगो पर भी सख्त कार्रवाई की है. एयरलाइन को उसकी दैनिक उड़ानों के संचालन में 10 प्रतिशत की कटौती करने का कड़ा आदेश दिया है, तारकि वह अपने संचालन को स्थिर कर सके और नए एफडीटीएल नियमों का जल्द से जल्द सख्ती से पालन कर सके.