India News (इंडिया न्यूज़), Jaishankar on Manipur Violence: भारत के उत्तर-पूर्वी राज्य मणिपुर में जातीय हिंसा का मामला भारत ही नहीं पूरी दूनिया की नजरों में है। हिंसा को लेकर राज्य से ही नहीं बल्की केंद्र सरकार से भी आए दिन सवाल पूछे जाते हैं। इसी सिलसिले में युनाइटेड नेशन में भाषण देने न्यूयॉर्क गए विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर से भी विदेशी मीडिया ने राज्य की स्थिति और हिंसा को लेकर सवाल किया। सवाल के जवाब में एस जयशंकर ने हिंसा के पीछे लंबा इतिहास होने की बात कही।
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा कि मणिपुर में समस्या का एक हिस्सा यहां आए प्रवासियों का अस्थिर करने वाला प्रभाव है। यहां तनाव भी है जिसका एक लंबा इतिहास है। आज राज्य सरकार और केंद्र सरकार की ओर से ऐसा रास्ता खोजने का प्रयास किया जा रहा है जिससे स्थिति सामान्य हो सके।”
#WATCH न्यूयॉर्क: मणिपुर पर विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने कहा, “…मणिपुर में समस्या का एक हिस्सा यहां आए प्रवासियों का अस्थिर करने वाला प्रभाव है। यहां तनाव भी है जिसका एक लंबा इतिहास है…आज राज्य सरकार और केंद्र सरकार की ओर से ऐसा रास्ता खोजने का प्रयास किया जा रहा है जिससे… pic.twitter.com/ol98B26AKR
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 27, 2023
मणिपुर में 3 मई से जारी कुकी और मतई समुदाय के बीच जातिया हिंसा में अब तक जारी है। इस हिंसा में अब तक 175 लोगों ने आपनी जान गवा दी है। वहीं 1100 लोगों के घायल होने का आकड़ा सामने आया है। इसेके अलावा इस घटना में करीब 5 हजार से ज्यादा घरों और धार्मिक स्थलों को आग के हवाले कर दिया गया।
बता दें कि विदेश मंत्री एस जयशंकर ने संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित करते हुए। इस दौरान विदेश मंत्री ने जी 20 भारत के लिए उपलब्धी, महिला आरक्षण का जिक्र और चीन पाकिस्तान की बातें की। जयशंकर ने कहा कि”बाजार की शक्ति का इस्तेमाल भोजन और ऊर्जा को जरूरतमंदों से अमीरों तक पहुंचाने के लिए नहीं किया जाना चाहिए, न ही हमें इसका समर्थन करना चाहिए कि राजनीतिक सुविधा आतंकवाद, उग्रवाद और हिंसा प्रतिक्रियाएं निर्धारित करे।
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