India News (इंडिया न्यूज), Jhansi Medical College Fire: उत्तर प्रदेश के एक अस्पताल में शुक्रवार (15 नवंबर) रात को लगी आग में 10 बच्चों की मौत हो गई। एक अधिकारी ने बताया कि हताहतों की संख्या बढ़ सकती है। झांसी के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज के नवजात शिशु गहन चिकित्सा इकाई (एनआईसीयू) में आग लगने की घटना संभवत: शॉर्ट सर्किट के कारण हुई। डॉक्टरों और मेडिकल स्टाफ को धुएँ से भरे वार्ड की खिड़कियाँ तोड़कर मरीजों को बाहर निकालते देखा गया, इससे पहले कि दमकल विभाग के अधिकारी मौके पर पहुँचें। झांसी के जिला मजिस्ट्रेट अविनाश कुमार ने बताया कि वार्ड में मौजूद कर्मचारियों के अनुसार, आग रात करीब 10.35 बजे लगी। 37 बच्चों को सुरक्षित बचा लिया गया है। बच्चों के वार्ड की दो यूनिट में से एक में आग लग गई, जो संभवतः शॉर्ट सर्किट की वजह से लगी।
झांसी के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज के नवजात शिशु गहन चिकित्सा इकाई (एनआईसीयू) में आग लगने की घटना पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दुख जताया। उन्होंने एक्स पर लिखा कि जनपद झांसी स्थित मेडिकल कॉलेज के NICU में घटित एक दुर्घटना में हुई बच्चों की मृत्यु अत्यंत दुःखद एवं हृदयविदारक है। जिला प्रशासन तथा संबंधित अधिकारियों को युद्ध स्तर पर राहत एवं बचाव कार्यों को संचालित कराने के निर्देश दिए हैं। प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्माओं को सद्गति एवं घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्रदान करें।
Jhansi Medical College Fire: UP के इस जिला अस्पताल में लगा भीषण आग
वहीं उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने लिखा कि आज झांसी के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज के नवजात शिशु गहन चिकित्सा कक्ष (एसएनसीयू वार्ड) में अग्निकाण्ड की हुई दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना में कई नवजात शिशुओं की मृत्यु अत्यंत दुःखद एवं हृदयविदारक है। जिला प्रशासन तथा संबंधित अधिकारियों को युद्ध स्तर पर राहत एवं बचाव कार्यों को संचालित कराने के निर्देश दिए हैं। मैं स्वयं दुर्घटना स्थल पर पहुंच रहा हूं। प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि पुण्यात्माओं को शांति एवं घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्रदान करें।
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि नवजात शिशुओं की मौत बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। परिवार के सदस्यों के साथ मिलकर हम नवजात शिशुओं के शवों की पहचान करने की कोशिश कर रहे हैं। पहली जांच प्रशासनिक स्तर पर होगी जो स्वास्थ्य विभाग करेगा, दूसरी जांच पुलिस प्रशासन करे। अग्निशमन विभाग की टीम भी इसमें शामिल होगी, तीसरा, मजिस्ट्रेट जांच के निर्देश भी दिए गए हैं। उन्होंने आगे कहा कि आग लगने के कारणों की जांच की जाएगी। अगर कोई चूक पाई जाती है, तो जो भी जिम्मेदार होगा। उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा, सरकार बच्चों के परिजनों के साथ है।