India News (इंडिया न्यूज़), Kashmir will turn into Gaza: नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला ने मंगलवार को कहा कि अगर भारत और पाकिस्तान ने बातचीत के जरिए कश्मीर मुद्दे का समाधान नहीं निकाला तो इस क्षेत्र का भी गाजा और फिलिस्तीन जैसा ही हश्र हो सकता है।
पत्रकारों से बात करते हुए, जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर हम (भारत) अपने पड़ोसियों के साथ मित्रतापूर्ण रहेंगे, तो दोनों देश प्रगति करेंगे।
पाकिस्तान को लेकर कही यह बात
उन्होने कहा कि “अटल बिहारी वाजपेयी ने कहा था कि हम अपने दोस्त बदल सकते हैं, लेकिन पड़ोसी नहीं। अगर हम अपने पड़ोसियों के साथ मित्रवत रहेंगे तो दोनों आगे बढ़ेंगे। पीएम मोदी ने भी कहा था कि युद्ध अब कोई विकल्प नहीं है और बातचीत के जरिए मामले सुलझाए जाने चाहिए।”
हालाँकि, अब्दुल्ला ने निराशा व्यक्त की कि इन बयानों के बावजूद दोनों देशों के बीच कोई बातचीत नहीं हो रही है।
अब्दुल्ला ने पूछा कि “बातचीत कहां है? नवाज शरीफ प्रधानमंत्री (पाकिस्तान के) बनने वाले हैं और वे कह रहे हैं कि हम (भारत के साथ) बात करने के लिए तैयार हैं, लेकिन क्या कारण है कि हम बात करने के लिए तैयार नहीं हैं?”।
उन्होंने चेतावनी दी कि अगर हमने बातचीत के जरिए समाधान नहीं निकाला तो कश्मीर का भी गाजा और फिलिस्तीन जैसा ही हश्र होगा, जिन पर इजराइल बमबारी कर रहा है।
अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के बाद दोनों देश के संबंधों में आई गिरावट
कश्मीर मुद्दे और पाकिस्तान से होने वाले सीमा पार आतंकवाद को लेकर भारत और पाकिस्तान के बीच संबंध अक्सर तनावपूर्ण रहे हैं। हालाँकि, भारत द्वारा अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के बाद उनके संबंधों में गिरावट आई क्योंकि पाकिस्तान ने भारतीय दूत को निष्कासित कर दिया और व्यापार संबंधों को कम कर दिया।
भारत ने बार-बार कहा है कि कश्मीर एक आंतरिक मामला है, और यह भी कहा है कि वह पाकिस्तान के साथ आतंक, हिंसा और शत्रुता से मुक्त वातावरण में सामान्य, मैत्रीपूर्ण संबंध चाहता है।
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