Lok Sabha Election 2024: आंध्र प्रदेश में पूराने सहयोगी चंद्रबाबू नायडू को छोड़कर जगनमोहन के साथ क्यों खड़ी है भाजाप? जानें क्या है इसकी वजह
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Lok Sabha Election 2024: आंध्र प्रदेश में पूराने सहयोगी चंद्रबाबू नायडू को छोड़कर जगनमोहन के साथ क्यों खड़ी है भाजाप? जानें क्या है इसकी वजह

Ritesh kumar Bajpeyee • LAST UPDATED : August 29, 2023, 10:26 am IST
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Lok Sabha Election 2024: आंध्र प्रदेश में पूराने सहयोगी चंद्रबाबू नायडू को छोड़कर जगनमोहन के साथ क्यों खड़ी है भाजाप? जानें क्या है इसकी वजह

Jagan Mohan Reddy

India news (इंडिया न्यूज़),Lok Sabha Election 2024: एनडीए के पुराने सहयोगी चंद्रबाबू नायडू के एनडीए में शामिल होनें की चर्चा खुब चल रही थी। लेकिन भारतीय जनता पार्टी और वाईएसएर-कांग्रेस के बीच बढ़ती प्रेम ने, इस संभावना को कम कर दिया है। जून में तेलगु देशम पार्टी के अध्यक्ष चंद्रबाबू नायडू ने दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की थी। मुलाकात के बात अटकले लगाए जा रहे थे कि तेलगु देशम पार्टी एक बार फिर एनडीए के साथ आ सकती है। लेकिन हांल ही में वाईएसएर-कांग्रेस, दिल्ली अध्यादेश के समय एनडीए के साथ खड़ी रही। जिसके बाद चंद्रबाबू नायड़ू का एनडीए में शामिल होने वाली चर्चा खत्म हो गयी।

चंद्रबाबू नायडू इस समय दिल्ली में

एक मीडिया रिपोर्ट का माने तो चंद्रबाबू नायडू इस समय दिल्ली में है। बताया जा रहा है की इस बार नायडू किसी भी भाजपा नेता से मुलाकात नहीं करने वाले है। मिली जानकारी के अनुसार सोमवार को नायडू ने चुनाव आयोग से मुलाकात कर आंध्रप्रदेश में वोटर लिस्ट की गड़बड़ी की शिकायत की थी। बता दें कि चंद्रबाबू नायड़ू आंध्रप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार नायडू अभी बीजेपी नेतृत्व से सकारात्मक प्रतिक्रिया का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन भाजपा वाईएसआरसीपी के साथ अपने रिश्तों को बनाए रखने चाहती है।

वाईएसआर और नायडू एक साथ नहीं रह सकते 

चंद्रबाबू नायडू की पार्टी तेलगू देशम पार्टी और जगन मोहन रेड्डी की पार्टी वाईएसआर कांग्रे  स आध्रप्रदेश में एक दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ते है। जगन मोहन रेड्डी रेड्डी प्रदेश के मुख्यमंत्री है तो चंद्रबाबू नायडू विपक्ष के प्रमुख चेहरा है। दोनों लोग एनडीए में एक साथ नहीं रह सकते है। नायडू के तरफ से साफ कर दिया गया है कि एनडीए में वे तभी आएंगे जब भाजपा वाईएसआर से अपने संबंध पर खुल कर बोलेगी।

क्यो है भाजपा का वाईएसआर प्रेम

जगन मोहन रेड्डी के पास ऐसा क्या है कि भाजपा अपने पूराने सहयोगी नायडू से अपना संबंध तोड़ना चाहती है। इसकी सबसे बड़ी वजह है आध्र प्रदेश में 25 लोकसभा सीट है। भाजपा आंध्र प्रदेश में जगन मोहन की वाईएसआरसीपी को मजबूत स्थिती में देखती है। बाते करें 2019 की लोकसभा चुनाव की तो जगन मोहन की पार्टी ने 25 में से 22 सीटों पर जीत दर्ज किया था। विधानसभा चुनाव में शानदार सफलता प्राप्त किया था। भाजपा दक्षिण में वाईएसआर के सहारे दक्षिण में काग्रेस को कमजोर करना चाहती है।

 नायडू नहीं मिलेंगे भाजपा नेताओं से 

नायडू किसी भी भाजपा नेता से मुलाकात नहीं करने वाले है। मिली जानकारी के अनुसार सोमवार को नायडू ने चुनाव आयोग से मुलाकात कर आंध्रप्रदेश में वोटर लिस्ट की गड़बड़ी की शिकायत की थी। बता दें कि चंद्रबाबू नायड़ू आंध्रप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार नायडू अभी बीजेपी नेतृत्व से सकारात्मक प्रतिक्रिया का इंतजार कर रहे हैं।

 

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