संबंधित खबरें
PM Modi और वसुंधरा राजे के बीच क्यों आ गई थीं दूरियां? क्या हैं इस मुलाकात के सियासी मायने
सांसद कार्तिकेय शर्मा ने पूर्व सीएम ओम प्रकाश चौटाला के किए अंतिम दर्शन, तेजा खेड़ा पहुंच दी श्रद्धांजलि
चारों तरफ चीख पुकार, मौत का मंजर जानिए मुंबई नाव पलटने के बाद कैसी थी स्थिति?
जयपुर से सामने आया तबाही का CCTV फुटेज, भयावह मंजर देख कांप जाएगी रुह
हंगामेदार रहा संसद का शीतकालीन सत्र,लोकसभा करीब 62 घंटे और राज्यसभा तकरीबन 43 घंटे चली
किसानों के लिए बड़ी खुशखबरी, बढ़ गए जमीन के रेट; CM योगी ने किए कई बड़े ऐलान
India News (इंडिया न्यूज़), Lok Sabha elections 2024: शिवसेना (यूबीटी) नेता उद्धव ठाकरे ने आज (मंगलवार) अपने चचेरे भाई राज ठाकरे की गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात पर प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि भाजपा आगामी लोकसभा चुनावों में अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए “ठाकरे” चुराने की कोशिश कर रही है। नांदेड़ जिले में एक सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि अगर भाजपा उनके चचेरे भाई को ले जाती है तो उन्हें कोई परेशानी नहीं होगी।
इन अटकलों के बीच राज ठाकरे ने आज दिल्ली में अमित शाह से मुलाकात की है। अमित शाह चुनाव के लिए भाजपा के साथ गठबंधन करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि “बीजेपी अच्छी तरह से जानती है कि उन्हें महाराष्ट्र में पीएम नरेंद्र मोदी के नाम पर वोट नहीं मिलते हैं। लोग यहां (बाल) ठाकरे के नाम पर वोट करते हैं। इस अहसास ने बीजेपी को बाहर (बीजेपी) से नेताओं को चुराने की कोशिश करने के लिए प्रेरित किया।” उन्होंने आगे कहा कि “पहले, उन्होंने बाल ठाकरे की तस्वीर चुराई। लेकिन इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। आज, वे एक और ठाकरे को चुराने की कोशिश कर रहे हैं…इसे ले लो, मैं और मेरे लोग काफी हैं।”
सुप्रीम कोर्ट ने खारिज की मस्जिद कमिटी की याचिका, जानिए क्यों खटखटाया था कोर्ट का दरवाजा?
उद्धव ठाकरे ने कहा कि अन्य धर्मों के लोगों को उनके हिंदुत्व के संस्करण से कोई समस्या नहीं है। उन्होंने कहा कि अविभाजित शिवसेना की छवि को भाजपा खराब कर रही है। “जब हम भाजपा के साथ थे तब शिवसेना (अविभाजित) की छवि खराब हो रही थी। लेकिन जब से हमने उनसे संबंध तोड़ लिया है, ईसाई और मुस्लिम समुदाय के सदस्य भी कह रहे हैं कि उन्हें हमारी हिंदुत्व विचारधारा से कोई दिक्कत नहीं है।”
दिल्ली शराब घोटाला मामले में CBI का बड़ा बयान, कर सकती है कुछ हाई-प्रोफाइल गिरफ्तारियां
राज ठाकरे शिव सेना नेता थे। हालाँकि, 2006 में, उन्होंने उद्धव ठाकरे के साथ मतभेदों के कारण पार्टी छोड़ने के बाद एमएनएस की स्थापना की। एमएनएस ने शुरुआत में अच्छा प्रदर्शन किया था। बता दें कि इन सब के बीच उद्धव ठाकरे ने एसबीआई के चुनावी बांड खुलासे को लेकर भी भाजपा पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि “बीजेपी को चुनावी बांड योजना के तहत एकत्र किए गए धन की घोषणा करनी चाहिए। मेरी पार्टी शिव सेना (यूबीटी) भी धन की घोषणा करेगी।
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.