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India News (इंडिया न्यूज), MahaKumbh 2025: महाकुंभ शुरू होने में सिर्फ एक महीने का समय बचा हुआ है। जिसको लेकर यूपी सरकार की तरफ तैयारियां जोरों शोरों से चल रही है। वहीं महाकुंभ में भीड़ नियंत्रण के लिए योगी सरकार प्रशिक्षित घुड़सवार पुलिस को तैनात करेगी। महाकुंभ में जल और थल दोनों ही तरह से करोड़ों श्रद्धालुओं की राह सुगम बनाने के लिए उत्तर प्रदेश की प्रशिक्षित घुड़सवार पुलिस को विशेष रूप से प्रशिक्षित किया गया है। दरअसल, जहां पुलिस के जवान पैदल नहीं पहुंच पाएंगे, वहां घुड़सवार पुलिस जाकर श्रद्धालुओं की राह आसान बनाएगी। इसके लिए 130 घोड़े और 166 पुलिस जवान और स्टाफ तैनात किए गए हैं। घुड़सवार पुलिस में भारतीय नस्ल के घोड़ों के साथ-साथ अमेरिकी और इंग्लैंड नस्ल के घोड़े भी महाकुंभ में भीड़ नियंत्रण का काम करेंगे। मेला ड्यूटी में तैनात घोड़ों के खान-पान और चिकित्सा सुविधाओं पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
दरअसल, प्रयागराज में होने वाले महाकुंभ के दौरान श्रद्धालुओं की सुरक्षा और व्यवस्था बनाए रखने के लिए घुड़सवार पुलिस की भूमिका महत्वपूर्ण होगी। भीड़ नियंत्रण और दुर्गम क्षेत्रों में गश्त के लिए घुड़सवार पुलिस का इस्तेमाल कार्यकुशलता और प्रभावशीलता का प्रतीक है। बता दें कि, अपने मजबूत प्रशिक्षण और शानदार घोड़ों की मदद से कुंभ मेला पुलिस बल न केवल श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करेगा, बल्कि कुंभ के विशाल आयोजन को सुचारू और व्यवस्थित बनाने में भी महत्वपूर्ण योगदान देगा। उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार ने बताया कि घोड़ों को खास तरीके से प्रशिक्षित किया गया है। घोड़ों को मुरादाबाद और सीतापुर प्रशिक्षण केंद्रों में प्रशिक्षित किया गया है। महाकुंभ के मद्देनजर घुड़सवार पुलिस को खास प्रशिक्षण दिया गया है, ताकि वे श्रद्धालुओं को कोई नुकसान न पहुंचा सकें।
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बता दें कि, महाकुंभ मेले के लिए सेना से अमेरिकन बाम ब्लड और इंग्लैंड के थ्रो नस्ल के घोड़े खरीदे गए हैं। इसके अलावा भारतीय नस्ल के घोड़े भी हैं। इनमें से कुछ घोड़े सेना से भी खरीदे गए हैं। घुड़सवार पुलिस प्रतिदिन सुबह और शाम को मेला क्षेत्र में गश्त पर निकलती है और घोड़ों को महाकुंभ मेला क्षेत्र की भौगोलिक परिस्थितियों से परिचित कराती है। घोड़ों के लिए तीन पशु चिकित्सकों की भी नियुक्ति की गई है। उन्होंने बताया कि बल के पास 4 से 5 साल की उम्र के घोड़े हैं जो 20 साल की उम्र में सेवानिवृत्त हो जाते हैं। वहीं महाकुंभ मेले में तैनात किए जाने वाले घोड़ों की संख्या 130 है, साथ ही घुड़सवार पुलिस (निरीक्षक, उपनिरीक्षक, हेड कांस्टेबल और कांस्टेबल) की संख्या 131 है और घोड़ों की सेवा में लगे अन्य कर्मचारी की संख्या 35 है।
घुड़सवार पुलिस में दारा, राका, शाहीन, जैकी, गौरी, अहिल्या, रणकुंभ नाम के घोड़े बेहद खास हैं। वहीं घोड़े के दैनिक आहार चार्ट की बात करें तो प्रत्येक घोड़े को एक दिन में 1 किलो चना, 100 ग्राम गुड़, 100 ग्राम अलसी का तेल, 2 किलो जौ, 1 किलो चोकर, 25 किलो हरी घास और 30 ग्राम नमक दिया जाता है। घुड़सवार पुलिस के घोड़ों के लिए तीन पशु चिकित्सक नियुक्त किए गए हैं। घोड़ों की दिन में तीन बार मालिश की जाती है। घोड़ों के बाल महीने में एक बार काटे जाते हैं। घोड़े की नाल महीने में एक बार बदली जाती है।
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