India News (इंडिया न्यूज़) , Maharashtra: महाराष्ट्र के प्रसिद्ध त्र्यंबकेश्वर मंदिर में बीते दिनों कुछ लोगों की भीड़ ने जबरन घुसने का प्रयास किया था। अब सरकार ने उस घटना की जांच के लिए एक विशेष जांच टीम (एसआईटी) बनाने का आदेश दिया है। महाराष्ट्र के उप-मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के आदेश पर एसआईटी का गठन किया जा रहा है। बता दें कि बीते साल भी त्र्यंबकेश्वर मंदिर में ऐसी ही घटना सामने आई थी। यही वजह है कि सरकार ने मामले को गंभीरता से लिया है और विस्तृत जांच के आदेश दिए हैं।
नासिक के त्र्यंबकेश्वर मंदिर में हुई घटना पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा “इस राज्य में सभी जाति के लोग रहते हैं, कानून व्यवस्था बनाए रखने की जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की है लेकिन इसमें नागरिकों को भी सहयोग करनी की आवश्यकता है मैंने कल ये आह्वान किया था। कहीं पर भी जाति तनाव न हो इसलिए सभी समाज के लोगों को आगे बढ़कर सहयोग और कानून व्यवस्था बनाए रखने की आवश्यकता है।”
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#WATCH इस राज्य में सभी जाति के लोग रहते हैं, कानून व्यवस्था बनाए रखने की जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की है लेकिन इसमें नागरिकों को भी सहयोग करनी की आवश्यकता है मैंने कल ये आह्वान किया था। कहीं पर भी जाति तनाव न हो इसलिए सभी समाज के लोगों को आगे बढ़कर सहयोग और कानून व्यवस्था बनाए… pic.twitter.com/3kaS34T2P1
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 16, 2023
नासिक के IG बीजी शेखर ने कहा “त्र्यंबकेश्वर में शांति बहाल है। हम नियमों के अनुसार जांच आगे बढ़ाएंगे और उस आधार पर आगे की कार्रवाई होगी। त्र्यंबकेश्वर में हमारे पुलिस निरीक्षक आगे की जांच करेंगे”
बीते शनिवार को महाराष्ट्र के नासिक में स्थित त्र्यंबकेश्वर मंदिर में दूसरे धर्म के लोगों के एक समूह ने मंदिर में जबरन घुसने की कोशिश की थी। हालांकि मंदिर के सुरक्षाकर्मियों की मुस्तैदी से वह सफल नहीं हो सके थे। बता दें कि मंदिर प्रबंधन समिति के निर्देश हैं कि मंदिर में हिंदुओं के अलावा किसी अन्य धर्म के लोग नहीं आ सकते हैं। यह मंदिर भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है और करोड़ों लोगों की इस मंदिर में आस्था है। घटना के बाद मंदिर समिति ने इस मामले में शिकायत दर्ज कराई थी। घटना के वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हुए थे।