Modi Sarkaar: मोदी सरकार के सभी मंत्री लड़ेंगे चुनाव, देखें संभावित सीटों की सूची
India News (इंडिया न्यूज़), Modi Sarkaar, दिल्ली: लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर बीजेपी ने अभी से तैयारियां शुरू कर दी हैं। सियासी समीकरणों के साथ ही जातिगत समीकरणों को साधने और सुधारने की कोशिशें तेज कर दी गई हैं। एनडीए (Modi Sarkaar Minister Elections) के पुराने साथियों को साथ लाने की तैयारी भी पार्टी की […]
India News (इंडिया न्यूज़), Modi Sarkaar, दिल्ली: लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर बीजेपी ने अभी से तैयारियां शुरू कर दी हैं। सियासी समीकरणों के साथ ही जातिगत समीकरणों को साधने और सुधारने की कोशिशें तेज कर दी गई हैं। एनडीए (Modi Sarkaar Minister Elections) के पुराने साथियों को साथ लाने की तैयारी भी पार्टी की तरफ से तेज कर दी गई है। अमित शाह ने हाल ही में टीडीपी के चंद्रबाबू नायडू से मुलाकात की थी।
जानकारी के अनुसार पार्टी ने सभी राज्यसभा सांसदों को चुनाव लड़ने के लिए तैयार रहने को कहा है। खासकर जो कैबिनेट मंत्री और राज्यसभा के सदस्य है। इन लोगों को चुनाव के लिए सीटें तय करने को कहा गया है।
Modi Sarkaar
संभावित लिस्ट यह है-
वित्त मंत्री निर्मला सीतारामन तमिलनाडु से चुनावी मैदान में आ सकती हैं।
विदेश मंत्री डॉ. सुब्रह्मण्यम जयशंकर भी तमिलनाडु से चुनाव लड़ सकते हैं।
वाणिज्य और उद्योग, उपभोक्ता, कपड़ा मामलों के केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल महाराष्ट्र से लड़ सकते हैं।
शिक्षा, कौशल विकास और उद्यमिता मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के उड़ीसा से चुनावी लड़ाई लड़ने की सोच रहे हैं।
नारायण राणे – सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्री- महाराष्ट्र से संभावना।
सर्बानंद सोनोवाल – आयुष, बंदरगाह, नौवहन और जलमार्ग- असम से लड़ सकते है।
ज्योतिरादित्य सिंधिया – नागरिक उड्डयन, स्टील- एमपी की किसी सीट से।
अश्विनी वैष्णव – रेलवे, संचार, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी- उड़ीसा से चुनाव लड़ सकते है।
हरदीप सिंह पुरी – पेट्रोलियम, हाउसिंग एंड अर्बन अफेयर्स- पंजाब या जम्मू-कश्मीर की किसी सीट से।
मनसुख मंडाविया – स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, रसायन- गुजरात जो की इनके गृह राज्य है।
भूपेंद्र यादव – पर्यावरण और श्रम- हरियाणा या राजस्थान की किसी सीट पर।
परषोत्तम रुपाला – मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी- गुजरात से।
हालांकि, किसे किस सीट से चुनाव लड़ना है, लड़ाना भी है या नहीं इस पर आख़िरी फैसला पार्टी का संसदीय बोर्ड ही लेता है।