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India News(इन्डिया न्युज),Monsoon Session: मणिपुर मामले पर प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी के कठोर कार्यवाई के आश्वासन के 24 घण्टे बीतने के बावजूद शुक्रवार को संसद के मॉनसून सत्र के दूसरे दिन की शुरुआत हुई। इसे लेकर बीजेपी सांसदों और केंद्रीय मंत्रियों के चर्चा कराने के बयान पर विपक्षी पार्टियों के विरोध की आवाज़ हावी रही। एक तरफ दोनों सदनों विरोध तख्ती पोस्टर्स लेकर सांसद नारेबाजी करते रहे , इस हंगामे के बीच संसद को स्थगित करना पड़ा।
मणिपुर हिंसा और लड़कियों को नग्न घुमाने के मामले में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने पीएम मोदी पर जमकर हमला किया। उन्होंने ने ट्वीट कर कहा कि नरेंद्र मोदी जी आपने कल संसद के अंदर कोई बयान नहीं दिया। यदि आप क्रोधित होते तो कांग्रेस शासित राज्यों के साथ झूठी तुलना करने की बजाय मणिपुर के मुख्यमंत्री को बर्खास्त कर सकते थे। वहीं, इस पर कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने ट्वीट कर कहा कि आज “INDIA” दलों ने एक बार फिर मांग की कि, प्रधानमंत्री को संसद में मणिपुर में 3 मई से लगातार चल रही त्रासदी पर बयान देना चाहिए, जिसके बाद दोनों सदनों में चर्चा हो। इसे आज फिर नामंज़ूर कर दिया गया ।
विपक्षियों के हंगामे पर बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने राहुल गांधी का नाम लिए बिना जबरदस्त पलटवार किया। उन्होंने ने कहा कि, विपक्षी चाचा उनसे बचने और संसदीय कार्यवाही को बाधित करने की कुछ ना कुछ बहाने बनाता है, कुछ लोग अब संसद में नहीं है। इसलिए ,नहीं चाहते कि संसद आगे चले, विपक्ष संसदीय चर्चाओं से क्यों भाग रहे हैं, क्या ऐसा इसलिए है, क्योंकि, उनकी राजनेता अब संसद में सेवा नहीं कर रहे हैं या वे अपनी सरकार की खामियों पर चर्चा से बचने की कोशिश कर रहे हैं?
इस साल के बजट सत्र भी अडानी मामले में जेपीसी की मांग को लेकर विपक्षी पार्टियों के हांगामे की भेंट चढ़ गया। इसबार केन्द्र सरकार को 30 से ज्यादा बिल मॉनसून सत्र के दौरान पारित कराना है और विपक्षी अपनी मांगों पर अड़े हैं
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