Morbi Bridge Collapse: गुजरात के मोरबी जिला के मच्छु नदी पर बने केबल पुल के टूटने से 141 लोगों की मौत हो गई है। बताया जा रहा है कि घटना के वक्त पुल पर करीब 300 से ज्यादा लोग मौजूद थे। हादसे के बाद 70 घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया है। ये पुल करीब 142 साल पुराना बताया जा रहा है, जिसको 5 दिन पहले ही मरम्मत के बाद खोला गया था। इसके निर्माण की शुरुआत अंग्रेजों ने आजादी से भी पहले की थी। इसके निर्माण के लिए भी सारा सामान ब्रिटेन से ही आया था।
आपको बता दें कि इस केबल पुल को पिछले छह महीने से आम लोगों के लिए बंद कर दिया गया था। हाल ही में मरम्मत के बाद इसे 25 अक्टूबर को लोगों के लिए दौबारा खोला गया था। ये पुल मरम्मत के बाद 5 दिन भी नहीं टिक सका। इस पुल के चलते काफी लोगों को फायदा मिल रहा था, जिनको अब नुकसान उठाना होगा। दीवाली के अगले दिन यानी 25 अक्टूबर को इसे खोला गया था।
Gujarat Suspension Bridge Collapse.
जानकारी के अनुसार, इस पुल का निर्माण साल 1880 में पूरा हुआ था। उस समय निर्माण में करीब 3.5 लाख रुपये की लागत आई थी। इस बीच इसकी मरम्मत में 2 करोड़ से ज्यादा की लागत आई थी।
मोरबी का ये पुल काफी लम्बी दूरी के लिए है। इस पुल की लंबाई 765 फीट आंकी गई थी। इस पुल पर जाने के लिए फीस भी देनी पड़ती है। इसके लिए 15 रुपए देने होते थे।
मोरबी में टूटे इस पुल को 5 दिन पहले ही खोला गया था। हालांकि, पुल पर भीड़ के बढ़ जाने से मरम्मत के बाद भी ये टूट गया। पुल के गिरते ही वहां चीखपुकार मच गई, कईं लोगों और बच्चों को तो केबल से लटकते हुए भी देखा गया। बता दें कि इस पुल की क्षमता 100 लोगों की ही बताई गई है, लेकिन इसपर 300 से ज्यादा लोग मौजूद थे।
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