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India News (इंडिया न्यूज), Mughal can not win Nepal: मुगल साम्राज्य एक विशाल और प्रभावशाली साम्राज्य था। जिसकी सेना बहुत खूंखार थी। जहां जाती वहां कब्जा कर लेती थी। उसने ना जाने कितने मासूमों का वध किया और औरतों के बर्बरता की हदें ही पार हो जाती। जो 16वीं शताब्दी के शुरआत से लेकर 19वीं शताब्दी के मध्य तक भारतीय उपमहाद्वीप में अस्तित्व में रहा। आपको बता दें कि इतनी मजबूत सेना भी किसी एक बहुत ही छोटे से देश से डरती थी। वो उस पर कभी कब्जा नहीं कर पाई। कारण आप अंदाजा भी नहीं लगा सकते हैं।
– 1526 में बाबर द्वारा स्थापित।
– शाहजहाँ (1628-1658) और औरंगज़ेब (1658-1707) के शासनकाल के दौरान अपने चरम पर पहुंच गया।
– ताजमहल, लाल किला और जामा मस्जिद सहित अपनी आश्चर्यजनक वास्तुकला के लिए जाना जाता है।
– भारतीय, फ़ारसी और इस्लामी संस्कृतियों का एक अनूठा मिश्रण विकसित किया।
– कला, साहित्य, संगीत और व्यंजनों में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
– यूरोप, मध्य एशिया और मध्य पूर्व से जुड़े व्यापार और वाणिज्य का एक प्रमुख केंद्र था।
– आंतरिक संघर्षों, क्षेत्रीय शक्तियों और ब्रिटिश औपनिवेशिक विस्तार के कारण 18वीं शताब्दी में पतन हुआ
1. भूगोल- नेपाल के पहाड़ी इलाके ने इसे जीतना और नियंत्रण बनाए रखना मुश्किल और महंगा क्षेत्र बना दिया था।
2. सैन्य कौशल: नेपाली सेनाएँ, विशेष रूप से गोरखा, अपनी बहादुरी, कौशल और गुरिल्ला युद्ध रणनीति के लिए जानी जाती थीं, जो उन्हें एक दुर्जेय प्रतिद्वंद्वी बनाती थीं।
3. सांस्कृतिक और धार्मिक संबंध- नेपाल एक हिंदू राज्य था, और मुगल, मुस्लिम होने के बावजूद, हिंदू धर्म और इसकी परंपराओं के प्रति गहरा सम्मान रखते थे। इस वजह से नेपाल के साथ उनके व्यवहार में कुछ हद तक सावधानी बरती गई होगी।
4. व्यापार और आर्थिक हित- नेपाल भारत और तिब्बत के बीच महत्वपूर्ण व्यापार मार्गों को नियंत्रित करता था, जिससे यह मुगलों के लिए एक मूल्यवान भागीदार बन गया।
5. पिछली विफलताएं- मुगलों ने अतीत में नेपाल पर विजय प्राप्त करने का प्रयास किया था, लेकिन उन्हें भारी प्रतिरोध और हार का सामना करना पड़ा, जिसने उन्हें आगे के प्रयासों से रोक दिया होगा।
इस बात को हल्के में मत लें क्यों एक बार तो नेपाल की सेना ने छटी का दूध याद दिला दिया था। नेपाल पर 1661 का मुगल आक्रमण, जिसे नेपाली सेना ने खदेड़ दिया था। बेत्रावती की 1744 की संधि, जिसने मुगलों और नेपाल के बीच शांति समझौता और व्यापार संबंध स्थापित किए। 18वीं शताब्दी के उत्तरार्ध में गोरखा साम्राज्य का उदय, जिसने नेपाल की स्थिति को एक शक्तिशाली और स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में और मजबूत किया।
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