होम / रंगीन चश्मा पहन कभी मीडिया के सामने नचाता था पिस्टल, जानें खूंखार अपराधी मुख्तार अंसारी के 10 अनसुने किस्से

रंगीन चश्मा पहन कभी मीडिया के सामने नचाता था पिस्टल, जानें खूंखार अपराधी मुख्तार अंसारी के 10 अनसुने किस्से

Shubham Pathak • LAST UPDATED : March 29, 2024, 1:39 pm IST

India News(इंडिया न्यूज),Mukhtar Ansari Life Story: कभी मीडिया के सामने रंगीन चश्मा पहनकर पिस्टल नचाने वाला भारत के कुख्यात अपराधियों में एक मुख्तार अंसारी की कल यानी गुरुवार को बांदा के एक अस्पताल में दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई। 1963 में एक समृद्धशील परिवार में जन्मे मुख्तार अंसारी ने उत्तर प्रदेश में अपराध और राजनीति की दुनिया में अपनी एक अलग पहचान बनाई। मुख्तार अंसारी, जो हत्या के 14 सहित 63 आपराधिक मामलों में आरोपी थे और सितंबर 2022 से इनमें से आठ में दोषी ठहराया गया और सजा सुनाई गई। बता दें कि, 63 वर्षीय मुख्तार अंसारी को मृत घोषित किए जाने से कुछ समय पहले एक सप्ताह में दूसरी बार बांदा जेल से रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज लाया गया था।

  •  दादा थे स्वतंत्रता सेनानी
  • 14 सहित 63 अपराधिक मामले
  • पांच बार विधायक बने मुख्तार अंसारी

प्रतिष्ठित परिवार से थे मुख्तार अंसारी

मुख्तार अंसारी एक प्रतिष्ठित परिवार से थे जिसकी जड़ें भारत के स्वतंत्रता संग्राम में गहराई से जुड़ी हुई थीं। मुख्तार के दादा, मुख्तार अहमद अंसारी, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में एक प्रतिष्ठित नेताओं में एक थे, जो कि 1927 में इसके अध्यक्ष बने और बाद में, 1936 में अपनी मृत्यु तक जामिया मिलिया इस्लामिया के चांसलर के रूप में कार्यरत रहे। बता दें कि, मुख्तार अंसारी के दादा अहमद अहमद अंसारी को 1948 में पाकिस्तान के साथ संघर्ष के दौरान जम्मू-कश्मीर के नौशेरा सेक्टर में उनकी मृत्यु हो गई और उन्हें मरणोपरांत महावीर चक्र मिला।

ये भी पढ़े:-Mukhtar Ansari Death: मुख्तार अंसारी को हत्या की आशंका थी! भोजन में जहर देने का लगाया था आरोप

कैसा था राजनीतिक कैरियर

मुख्तार अंसारी 1996 से 2022 तक पूर्वी उत्तर प्रदेश के मऊ विधानसभा क्षेत्र से पांच बार विधायक चुने गए, दो बार बहुजन समाज पार्टी के उम्मीदवार के रूप में, दो बार निर्दलीय के रूप में और एक बार कौमी एकता दल के उम्मीदवार के रूप में। 2022 में, मुख्तार अंसारी ने अपने बड़े बेटे अब्बास अंसारी को कमान सौंप दी, जो 2022 में सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के उम्मीदवार के रूप में उसी विधानसभा सीट से जीते थे, जो उस समय समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन में थी।

मुख्तार अंसारी के 10 अनसुने किस्से

1. मुख्तार अंसारी का अपराध से जुड़ाव 1978 में शुरू हुआ जब वह सिर्फ 15 साल का था। अंसारी को कानून से पहली बार तब रूबरू होना पड़ा जब उन पर ग़ाज़ीपुर के सैदपुर पुलिस स्टेशन में आपराधिक धमकी का मामला दर्ज किया गया।

2. 1986 तक मुख्तार अंसारी ठेका माफिया मंडली में एक जाना-माना चेहरा बन गए थे। उसी साल उसके ख़िलाफ़ ग़ाज़ीपुर के मुहम्मद थाने में हत्या का एक और मामला दर्ज किया गया था।

3. इसी क्रम के बाद मुख्तार अंसारी अपराध का एक आम चेहरा बन गए और उनके खिलाफ गंभीर आरोपों के तहत कम से कम 14 और मामले दर्ज किए गए।

4. मुख्तार अंसारी पर 2005 से अब तक हत्या सहित 28 आपराधिक मामले और यूपी के गैंगस्टर एक्ट के तहत सात मामले दर्ज थे।

5. गैंगस्टर-राजनेता को सितंबर 2022 से आठ आपराधिक मामलों में दोषी ठहराया गया था और विभिन्न अदालतों में 21 मामलों में मुकदमे का सामना करना पड़ रहा था।

ये भी पढ़े:-Mukhtar Ansari Death: मुख्तार अंसारी को 32 साल बाद हुई थी पहली सजा, जानें माफिया से राजनेता बनने की कहानी

5. मुख्तार अंसारी को लगभग 37 साल पहले धोखाधड़ी से हथियार लाइसेंस प्राप्त करने के मामले में इस महीने की शुरुआत में वाराणसी के सांसद/विधायक द्वारा आजीवन कारावास और ₹2.02 लाख का जुर्माना लगाया गया था। यह आठवां मामला था जिसमें उन्हें पिछले 18 महीनों में यूपी की विभिन्न अदालतों द्वारा सजा सुनाई गई थी और दूसरा जिसमें उन्हें आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी।

6. 15 दिसंबर, 2023 को वाराणसी की एक एमपी/एमएलए अदालत ने मुख़्तार अंसारी को महावीर प्रसाद रूंगटा को मुकरने और भाजपा नेता और कोयले के अपहरण और हत्या से जुड़े मामले की पैरवी न करने पर जान से मारने की धमकी देने के लिए पाँच साल और छह महीने की सज़ा सुनाई।

7. 27 अक्टूबर, 2023 को, ग़ाज़ीपुर एमपी/एमएलए अदालत ने मुख्तार अंसारी को 2010 में उनके खिलाफ दर्ज गैंगस्टर एक्ट मामले में 10 साल के कठोर कारावास और ₹5 लाख के जुर्माने की सजा सुनाई।

8. 5 जून 2023 को वाराणसी के एक सांसद/विधायक ने पूर्व कांग्रेस विधायक और वर्तमान यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय के बड़े भाई अवधेश राय की हत्या के मामले में मुख्तार अंसारी को आजीवन कारावास की सजा सुनाई। 3 अगस्त, 1991 को जब वे और उनके भाई अजय वाराणसी के लहुराबीर इलाके में अपने घर के बाहर खड़े थे, तब अवधेश राय को गोलियों से छलनी कर दिया गया था।

9. इन मामलों में सबसे हाई प्रोफाइल 2005 में तत्कालीन भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विधायक कृष्णानंद राय की हत्या थी। 29 अप्रैल, 2023 को, गाजीपुर एमपी/एमएलए अदालत ने अंसारी को 10 साल कैद की सजा सुनाई थी। मामला।

10. 2020 से, अंसारी गिरोह उत्तर प्रदेश पुलिस के निशाने पर था, जिसने गिरोह से संबंधित ₹608 करोड़ की अवैध संपत्ति को या तो जब्त कर लिया या ध्वस्त कर दिया।

 

ADVERTISEMENT

लेटेस्ट खबरें

Mileage Cars: इन 5 पेट्रोल गाड़ियों का माइलेज है इतना तगड़ा, CNG कारों को भूल जाएंगे- Indianews
Muslim Population: ‘मुस्लिम सबसे अधिक कंडोम का…’, पीएम मोदी के ‘ज्यादा बच्चे’ वाले बयान पर ओवैसी का पलटवार -India News
Sahil Khan: कौन हैं अभिनेता साहिल खान, महादेव सट्टेबाजी ऐप मामले में क्या है उनकी भूमिका ?-Indianews
CSK vs SRH : चेन्नई सुपर किंग्स ने सनराइजर्स हैदराबाद के सामने रखा 213 रन का लक्ष्य, शतक से चूके ऋतुराज गायकवाड़-Indianews
Kerala: देश के दक्षिणी राज्यों में हीटवेव का लहर, लू की चपेट में आने से एक की मौत
Bipasha Basu और Karan Singh Grover शादी की सालगिरह पर किया दिल छू लेने वाला पोस्ट, देखें
Lok Sabha Election 2024: दो चरणों में कम मतदान की क्या है वजह, जानें लोगों की राय-Indianews
ADVERTISEMENT