India News (इंडिया न्यूज),Nagpur Violence: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने नागपुर हिंसा को लेकर शनिवार को वरिष्ठ पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक की। इसके बाद उन्होंने कहा कि नागपुर हिंसा को लेकर झूठा प्रचार किया गया कि कुरान की आयतें जलाई गईं, जिसके कारण बड़े पैमाने पर हिंसा फैली। सीएम ने आगे कहा, “जब तक हम हिंसा में शामिल लोगों को सबक नहीं सिखा देते, हम चुप नहीं बैठेंगे। खासकर जिन्होंने पुलिसकर्मियों पर हमला किया है, हम उन्हें नहीं छोड़ेंगे।”
उन्होंने कहा, “हिंसा में हुए नुकसान की भरपाई दंगाइयों से कराई जाएगी। उनकी संपत्ति भी जब्त की जाएगी।” बुलडोजर कार्रवाई को लेकर सीएम फडणवीस ने कहा कि जहां भी जरूरत होगी, बुलडोजर चलाया जाएगा। किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। ‘पुलिस पर हमला करने वालों को नहीं बख्शेंगे’
Nagpur | On Nagpur violence, Maharashtra CM Devendra Fadnavis says, "Whatever damage has happened will be recovered from the rioters. If they do not pay the money, then their property will be sold for the recovery. Wherever required, bulldozers will also be used…" pic.twitter.com/AhVS6Mp8Kx
— ANI (@ANI) March 22, 2025
दरअसल, नागपुर दंगों के बाद पहली बार सीएम देवेंद्र फडणवीस नागपुर पहुंचे थे। आज उन्होंने वरिष्ठ स्तर के अधिकारियों से नागपुर में हुए दंगों की पूरी जानकारी ली। हिंसा में बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। पुलिस पर हमले के एक भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। नागपुर शहर सीएम का गृहनगर भी है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) का मुख्यालय भी नागपुर में है।
महाराष्ट्र के सीएम फडणवीस ने कहा कि घटना वाले दिन सुबह औरंगजेब की कब्र की प्रतिकृति जला दी गई थी। इस पर एफआईआर दर्ज की गई थी, लेकिन इस पर कुरान की आयत लिखी होने की अफवाह फैलने के बाद लोग एकत्र हो गए। भीड़ ने पथराव और आगजनी की घटनाओं को अंजाम दिया।
उन्होंने कहा कि नागपुर दंगों के दौरान पुलिस ने एहतियाती कार्रवाई की थी। अब सीसीटीवी फुटेज के आधार पर दंगाइयों को गिरफ्तार किया जा रहा है। अब तक 104 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। पुलिस और लोगों को गिरफ्तार करेगी। दंगों में शामिल या दंगाइयों की मदद करने वालों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई की जाएगी।
सीएम देवेंद्र फडणवीस के मुताबिक, सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वालों को भी इस मामले में सह-आरोपी बनाया जाएगा। अब तक 68 सोशल मीडिया पोस्ट की पहचान कर उन्हें हटा दिया गया है।”