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India News (इंडिया न्यूज), Maharashtra Oath Ceremony: बेशक महाराष्ट्र में अभी यह तय न हो पाया हो कि अगला CM कौन बनेगा लेकिन शपथ ग्रहण की तारिख को स्पष्ट कर दिया गया है। महाराष्ट्र में नई सरकार के गठन को लेकर अब 5 दिसंबर को शपथ ग्रहण किया जाएगा। साथ ही यह बह स्पष्ट हुआ है कि शपथ ग्रहण समारोह मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम के बजाय आज़ाद मैदान में आयोजित किया जाएगा, क्योंकि वानखेड़े स्टेडियम में सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के मैच चल रहे हैं। इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति की संभावना भी है, लेकिन वे 3 और 4 दिसंबर को उपलब्ध नहीं होंगे, इसलिए शपथ ग्रहण 5 दिसंबर को होगा। शपथ ग्रहण से पहले महायुति के नेताओं की बैठक भी होगी।
कल शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत ने एकनाथ शिंदे और अजित पवार पर तंज कसते हुए कहा कि महाराष्ट्र से जुड़ी सभी बातें अब दिल्ली में तय होंगी। उन्होंने कहा, “एकनाथ शिंदे और अजित पवार को बार-बार दिल्ली आना पड़ेगा और पीएम मोदी और अमित शाह की बात सुननी पड़ेगी। अजित पवार हमेशा डिप्टी सीएम रहे हैं और रहेंगे। उनके चेहरे की चमक जो लोकसभा चुनाव के बाद गायब हो गई थी, अब ईवीएम के कारण वापस आई है। एक ‘तीन मूर्ति’ वाला मंदिर बनना चाहिए, जिसमें एक ओर ईवीएम हो और दूसरी ओर पीएम मोदी और अमित शाह।”
इसके अलावा शिवसेना (यूबीटी) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने महायुति की सरकार गठन की प्रक्रिया पर सवाल उठाया और कहा, “महायुति को जिस तरह का बहुमत मिला है, वह लोगों के जनादेश का अनादर है। अगर यह महाविकास अघाड़ी सरकार होती, तो राज्यपाल ने पहले ही हस्तक्षेप कर राष्ट्रपति शासन लागू कर दिया होता।”
साथ ही कल कांग्रेस सांसद रवींद्र वसंतराव चव्हाण ने महायुति की जीत पर टिप्पणी करते हुए कहा, “महाराष्ट्र में महायुति को स्पष्ट बहुमत मिला है, लेकिन लोगों में जो उत्साह होना चाहिए था, वह गायब है। इसके पीछे ईवीएम में गड़बड़ी की आशंका जताई जा रही है। हमारी पार्टी इस पर चर्चा करेगी और उचित कार्रवाई करेगी।”
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