संबंधित खबरें
कैसे ऑक्सफोर्ड में पढ़ाई करने वाले शख्स ने संभाली दुनिया के सबसे बड़े डेमोक्रेसी की बागडोर , पूरी दुनिया में होती है Manmohan Singh के उदार नीतियों की सराहना
श्री मनमोहन सिंह जी के निधन की खबर सुनते ही एम्स पहुंची Priyanka Gandhi, सामने आया सबसे पहला वीडियो
कैसे एक बजट से मनमोहन सिंह ने बचा लिया था देश! इस तरह Manmohan Singh की हुई थी राजनीति में एंट्री
कांग्रेस ने फिर किया वही पुराना वाला कांड? जब BJP ने दिखाई औकात तो अपना सिर पकड़कर नोचने लगे राहुल गांधी!
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की बिगड़ी तबीयत, AIIMS में कराया गया भर्ती
कांग्रेस को किसने दिया नया जीवन? CWC की मीटिंग में हुआ चौंकाने वाला फैसला, इन 2 प्रस्तावों को किया गया पास
Olympian Auctions off her Silver Medal : टोक्यो ओलंपिक में रजत पदक जीतने वाली पोलैंड की भाला फेंक खिलाड़ी मारिया एंड्रेजिक ने दिल जीतने वाला काम किया है। मारिया ने आठ महीने के पोलिश लड़के की दिल की सर्जरी के लिए 2020 ओलंपिक में जीते अपने रजत पदक की नीलामी की। पोलिश स्टोर श्रृंखला जब्का पोलस्का ने 1.25 लाख डॉलर की बोली के साथ नीलामी जीती
नई दिल्ली. टोक्यो ओलंपिक में रजत पदक जीतने वाली पोलैंड की भाला फेंक खिलाड़ी मारिया एंड्रेजिक ने दिल जीतने वाला काम किया है। मारिया ने आठ महीने के पोलिश लड़के की दिल की सर्जरी के लिए 2020 ओलंपिक में जीते अपने रजत पदक की नीलामी की। पोलिश स्टोर श्रृंखला जब्का पोलस्का ने 1.25 लाख डॉलर की बोली के साथ नीलामी जीती। हालांकि, नीलामी जीतने वाली जब्का पोलस्का ने मारिया को उनका पदक लौटा दिया। 25 साल की मारिया 2016 में ओलंपिक पदक से दो सेंटीमीटर से चूक गईं थी। हालांकि, उन्होंने टोक्यो में रजत जीतकर अपनी पदक जीतने की चाहत को पूरा कर लिया है। मारिया ने टोक्यो ओलंपिक के फाइनल में 64.61 मीटर भाला फेंककर रजत पदक हासिल किया था। केवल चीन के लियू शियिंग ने उनसे ज्यादा 66.34 मीटर भाला फेंककर स्वर्ण पदक जीता था। बता दें मारिया 2018 में बोन कैंसर से उबर चुकी हैं।
पदक की नीलामी को लेकर मारिया ने द टाइम्स से कहा, “एक पदक का सही मूल्य हमेशा दिल में रहता है। पदक केवल एक वस्तु है लेकिन यह दूसरों के लिए बहुत महत्वपूर्ण साबित हो सकता है। यह रजत पदक स्टोर में धूल जमा करने के बजाय जीवन बचा सकता है। इसलिए मैंने बीमार बच्चों की मदद के लिए इसे नीलाम करने का फैसला किया है।”
आठ महीने के मिलोसजेक की स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में होगी सर्जरी मारिया ने जिस छोटे लड़के के लिए अपना पदक नीलम किया था, उसका नाम मिलोसजेक है। आठ महीने के छोटे बच्चे मिलोसजेक की स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में सर्जरी होनी है। दिल की बीमारी से जूझ रहे मिलोसजेक के परिवार ने सर्जरी के लिए एक फंडरेजिंग मुहीम की शुरुआत की, जिसके तहत 90 प्रतिशत पैसा एकत्र कर लिया गया है। इसमें मारिया ने $125,000 का अहम योगदान दिया है।
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.