India news(इंडिया न्यूज़) Opposition claims Maharashtra:महाराष्ट्र की राजनीति पिछले एक सालों से काफी चर्चा में है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने शिवसेना से अलग होकर भाजपा के साथ सरकार बना ली, तो वही दूसरी ओर महाराष्ट्र की राजनीति के भिष्म पितामह कहे जाने वाले शरद पवार के भतीजे अजित पवार चाचा से नाता तोड़कर  शिदें सरकार में शामिल हो गए है।अब विपक्ष की ओर से सवाल तब शुरु हो गए, जब मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के तरह ही उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने प्रॉजेक्ट मैनेजमेंट यूनिट गठित की है। अब महाराष्ट्र में ही नहीं इसकी चर्चा अब राष्ट्रीय राजनीति में भी होने लगी है। विपक्ष ने भाजपा- शिंदे -अजित पवार सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा है कि सरकार के लोग अब आपस में ही शीत युध्द कर रहे है। उपमुख्यमंत्री अजित पवार के प्रॉजेक्ट मैनेजमेंट यूनिट में वहीं लोग मौजूद थे। जो मुख्यमंत्री के वॉर रूम में होते हैं।सबसे बड़ी बात यह है कि अजित पवार के साथ सीएम के वॉर रूम सर्वेक्षक राधेश्याम मोपलवार भी मौजूद थे। पवार ने प्रदेश में चल रहे सभी योजनाओं की समीक्षा भी की।

क्या है वॉर रूम? 

वॉर रूम का नाम मुख्यमंत्री रहते हुए उद्धव ठाकरे ने बदलकर संकल्प चैंबर किया था। फीर सत्ता बदलते ही शिंदे सरकार ने इसका नाम वॉर रूम किया। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे वॉर रूम के जरिए ही राज्य में सभी परियोजनाओं की समिक्षा बैठक करते है।

शिंदे सरकार में जल्द होगी मंत्रीमंडल विस्तार 

मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने सतारा में कहा था, जल्द ही प्रदेश में मंत्रिमंडल विस्तार किया जाएगा। सीएम की इस बयान के बाद विधायकों में मंत्री बनने के लिए होड़ शुरु हो गयी है। मुख्यमंत्री के करीबी एक विधायक ने बताया है कि 15 अगस्त के बाद ही मंत्रीमंडल का विस्तार कर लिया जाएगा। आपको बता दें कि महाराष्ट्र में भाजपा -शिंदे सरकार बने हुए लगभग 15 महीने होने वाला है। पिछले साल ही मंत्रीमंडल का गठन करने में काफी समय लग गया था। अजित पवार के सरकार में शामिल होने के बाद शिंदे के विधायकों में नाराजगी खुलकर सामने आई थी।

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