संबंधित खबरें
सबसे बड़ा मेट्रो रेल नेटवर्क वाला दुनिया का तीसरा देश बना भारत, जानें किसने दी दिल्ली के लोगों को पहली मेट्रो
आखिरकार खुल गई निकिता सिंघानिया की सबसे बड़ी पोल,अतुल सुभाष के पिता ने किया ऐसा खुलासा,पुलिस का भी ठनका माथा
India's 1st Beta Generation Baby: मिजोरम में पैदा हुआ भारत का पहला जेनरेशन बीटा बेबी, 1 जनवरी से न्यू जनरेशन की ऐतिहासिक शुरुआत
नए साल पर योगी सरकार की तरफ से बड़ा तोहफा, मालामाल होंगे UP के 8 लाख क्रमिक, इतने हजार देने का किया बड़ा ऐलान?
आज ही सरेंडर कर दें अपना राशन कार्ड अगर आपके घर में भी है ये 5 चीजें, वरना हवालात के खाने पड़ जाएंगे डंडे, देखें लिस्ट!
नए साल पर डाक विभाग द्वारा लांच किया गया बीमा प्रोडक्ट…अब 565 रुपए हर साल जमा करने से पा सकेंगे 10 लाख तक का क्लेम
India News(इंडिया न्यूज), Pilots Didn’t Know How To Land In Low Visibility: इस समय दिल्ली में काफी कोहरा छाया हुआ है और ऐसे में विमानों को उड़ान भरने और उतरने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इसके लिए कम दृश्यता में भी विमान को उड़ाने और उतारने के लिए प्रशिक्षित और कुशल पायलटों की आवश्यकता होती है। लेकिन नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने दो एयरलाइंस कंपनियों की ऐसी लापरवाही पकड़ी है, जिसमें कोहरे जैसी स्थिति में विमान उड़ाने और उतारने की ट्रेनिंग न लेने वाले पायलटों को ड्यूटी पर तैनात कर दिया गया। इसके चलते कोहरे के दौरान कई फ्लाइट्स को दिल्ली की बजाय कहीं और डायवर्ट कर दिया गया।
डीजीसीए ने दिल्ली हवाई अड्डे पर कम दृश्यता (Low Visibility) के दौरान अप्रशिक्षित पायलटों को ड्यूटी पर तैनात करने के लिए एयर इंडिया और स्पाइसजेट को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। इन दोनों एयरलाइंस की इस हरकत के कारण दिल्ली जाने वाली कई फ्लाइट्स को डायवर्ट करना पड़ा। डीजीसीए के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पुष्टि की है कि दोनों एयरलाइंस को नोटिस जारी किया गया है। पता चला कि दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर बड़ी संख्या में उड़ानों के मार्ग परिवर्तन की जानकारी मिलने के बाद यह कदम उठाया गया।
इन दोनों एयरलाइंस ने ऐसे पायलटों को ड्यूटी पर रखा था जो कम दृश्यता (Low Visibility) में उड़ान भरने या उतरने के लिए प्रशिक्षित नहीं थे। 24-25 और 27-28 दिसंबर की मध्यरात्रि के बीच कोहरे के कारण कम दृश्यता के कारण दिल्ली हवाई अड्डे पर 50 से अधिक उड़ानों को डायवर्ट किए जाने की सूचना मिली थी। डीजीसीए अधिकारी ने बताया कि दोनों एयरलाइंस को पंद्रह दिन के भीतर जवाब देने को कहा गया है। गौरतलब है कि 26 दिसंबर को दृश्यता 50 मीटर तक गिर जाने के कारण आईजीआई हवाईअड्डे पर उड़ान परिचालन बुरी तरह प्रभावित हुआ था।
एयरपोर्ट सूत्रों के मुताबिक 50 मीटर की विजिबिलिटी को जीरो विजिबिलिटी माना जाता है। सुबह 8.30 बजे दृश्यता में थोड़ा सुधार हुआ जब दृश्यता 75 मीटर थी, लेकिन यह फिर से घटकर 50 मीटर रह गई। दिल्ली एयरपोर्ट की ओर से जारी एडवाइजरी में कहा गया है कि दिल्ली एयरपोर्ट पर लैंडिंग और टेक-ऑफ जारी है, लेकिन कम दृश्यता में उड़ान भरने में सक्षम पायलटों को तैनात नहीं करने के कारण उड़ानें प्रभावित हो सकती हैं। यात्रियों से अनुरोध है कि वे उड़ान अपडेट के लिए संबंधित एयरलाइन से संपर्क करें। हवाई अड्डे के अधिकारियों ने एंटी-फॉग लैंडिंग सिस्टम शुरू किया था, जिसे तकनीकी रूप से CAT-III इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम (ILS) कहा जाता है। जो रनवे पर दृश्यता स्तर कम होने पर सटीक लैंडिंग में मदद करता है।
ये भी पढ़ें-
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.