संबंधित खबरें
60 फीसदी से अधिक मुस्लिम आबादी फिर भी कैसे जीत गई BJP? सपा उम्मीदवार की जमानत हो गई जब्त, अखिलेश नोंचने लगे अपना माथा
बाला साहेब की विरासत को मिट्टी में मिला गए उद्धव ठाकरे, कांग्रेस-एनसीपी से गठबंधन पर अपनी हिंदूवादी विचारधारा को लगाया दांव पर, क्या अब कर पाएंगे वापसी?
‘मां मैं जल्द आ जाऊंगा…’, मौत से दो दिन पहले अपनी बूढी से कांस्टेबल ने किया था ये वादा, लेकिन दे गया दगा
संभल जामा मस्जिद है या हरि हर मंदिर! याचिकाकर्ता के इस दावे पर हो रहा सर्वे, आखिर मुस्लिम क्यों कर रहे इसका विरोध?
बीजेपी को मिली जीत के बाद ये क्या बोल गए CM योगी? किसी ने विपक्ष को लताड़ा तो कोई अखिलेश की बखिया उधेड़ते आए नजर
झारखंड में किसने बिगाड़ा भाजपा का खेल? 71 सीटों पर लड़ा चुनाव लेकिन…
इन दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विदेश के दौरे पर हैं। आज वें डेनमार्क में थे। आज डेनमार्क में एक कार्यक्रम में उन्होंने भारतीय मूल के लोगों को संबोधित किया। उन्होंने इस कार्यक्रम के लिए समय निकालने और यहां आने के लिए डेनमार्क की प्रधानमंत्री मेटे फे्रडरिक्सन का धन्यवाद किया।
इंडिया न्यूज, नई दिल्ली। इन दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विदेश के दौरे पर हैं। आज वें डेनमार्क में थे। आज डेनमार्क में एक कार्यक्रम में उन्होंने भारतीय मूल के लोगों को संबोधित किया। इस दौरान डेनमार्क की प्रधानमंत्री मेटे फे्रडरिक्सन भी मौजूद थीं।
इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि आज प्रधानमंत्री मेटे फ्रेडरिक्सन का यहां होना इस बात का प्रमाण है कि भारतीयों के प्रति उनके दिल में कितना सम्मान और प्यार है, मैं उन्हें इस कार्यक्रम के लिए समय निकालने और यहां आने के लिए बहुत धन्यवाद करता हूं।
इस दौरान उन्होंने कहा कि हमारी हरित रणनीतिक साझेदारी प्रधानमंत्री फ्रेडरिक्सन की व्यक्तिगत प्राथमिकताओं, उनकी मूल्यों से गाइडेड है। आज उनके साथ मेरी जो चर्चा हुई है उससे दोनों देशों के संबंधों को नई ताकत मिलेगी, नई ऊर्जा मिलेगी।
कोरोना के कारण बहुत समय तक सभी की लाइफ एक तरह से वर्चुअल मोड में ही चल रही थी। पिछले साल जैसे ही आवाजाही मुमकिन हुई तो प्रधानमंत्री फ्रेडरिक्सन पहली हेड आॅफ गवर्नमेंट थीं जिनका हमें भारत में स्वागत करने का अवसर मिला।
ये भारत और डेनमार्क के मजबूत होते संबंधों को दिखाता है। एक भारतीय दुनिया में कहीं भी जाए, वो अपनी कर्मभूमि और उस देश के लिए पूरी ईमानदारी से कंट्रीब्यूट करता है। अनेक बार जब मेरी विश्व नेता से मुलाकात होती है तो वे अपने देशों में बसे भारतीय समुदाय की उपलब्धियों के बारे में मुझे गर्व से बताते हैं।
भाषा अनेक लेकिन भाव एक, भाषा कोई भी हो, लेकिन हम सभी के संस्कार भारतीय ही हैं। हमारी खाने की थाली बदल जाती है, स्वाद बदल जाता है। लेकिन स्नेह से बार-बार आग्रह करने का भारतीय तरीका नहीं बदलता। हम राष्ट्ररक्षा के लिए मिलकर खड़े होते हैं, राष्ट्रनिर्माण में मिलकर जुटते हैं।
हमें Google News पर फॉलो करे- क्लिक करे !
ये भी पढ़ें : कल लाउडस्पीकर पर अजान हुई तो हनुमान चालीसा भी होगी, राज ठाकरे ने पत्र जारी कर किया ऐलान
ये भी पढ़ें : Rahul Gandhi Karnataka Visit : कर्नाटक को विकास के रास्ते पर वापस लाएंगे
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.