India News (इंडिया न्यूज), S Jaishankar: अमेरिका से डिपोर्ट किए गए 104 भारतीयों के मुद्दे पर पूरा विपक्ष सरकार पर हमलावर है, तो वहीं दूसरी तरफ विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सरकार की तरफ से राज्यसभा में बयान दिया है। आपको जानकारी के लिए बता दें कि, उन्होंने निर्वासन के मुद्दे पर जवाब देते हुए कहा कि, अवैध रूप से रह रहे भारतीयों को वापस भेजा गया। निर्वासन पहली बार नहीं हुआ है। विदेश मंत्री ने अपने बयान में पुराने आंकड़ों का भी हवाला दिया। उन्होंने कहा कि 2012 से निर्वासन के तहत लोगों को सैन्य विमानों से वापस भेजा गया है। उन्होंने कहा कि भारतीयों के साथ कोई दुर्व्यवहार नहीं हुआ। भेजे गए लोगों को टॉयलेट ब्रेक दिया गया।
केंद्रीय मंत्री ने गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात की। यह मुलाकात अवैध प्रवासियों के “अमानवीय” निर्वासन को लेकर संसद में हो रहे हंगामे के बीच हुई। आपको जानकारी के लिए बता दें कि, 104 अवैध भारतीय अप्रवासियों को लेकर एक अमेरिकी सैन्य विमान बुधवार को अमृतसर पहुंचा। यह अवैध अप्रवासियों के खिलाफ कार्रवाई के तहत डोनाल्ड ट्रंप सरकार द्वारा निर्वासित भारतीयों का पहला जत्था है। इनमें से हरियाणा और पंजाब से 33-33, पंजाब से 30, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश से 3-3 और इसके अलावा चंडीगढ़ से 2 भारतीय है।
S Jaishankar (अमेरिका से डिपोर्ट किए गए भारतीयों पर विदेश मंत्री जयशंकर)
#WATCH | Speaking in Rajya Sabha on Indian citizens deported from the US, EAM Dr S Jaishankar says, “It is in our collective interest to encourage legal mobility and discourage illegal movement…It is the obligation of all countries to take back their nationals if they are found… pic.twitter.com/iH8NRou51M
— ANI (@ANI) February 6, 2025
पंजाब से निर्वासित एक व्यक्ति ने अमेरिका जाने के लिए ‘डंकी मार्ग’ अपनाने के कष्टदायक अनुभव को साझा किया। “हमने 17-18 पहाड़ियाँ पार कीं और अगर कोई फिसल जाता, तो उसके बचने की कोई संभावना नहीं थी। हमने कई लोगों को घायल होते और मरने के लिए छोड़ दिया। उन्होंने कहा, “रास्ते में लाशें पड़ी थीं।” इस यात्रा में 15 घंटे की नाव की सवारी शामिल थी और उन्हें 40-45 किलोमीटर पैदल चलने के लिए मजबूर होना पड़ा। रास्ते में, उनके 30,000-35,000 रुपये के कपड़े चोरी हो गए। कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने पहले कहा था कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा अवैध भारतीय प्रवासियों को निर्वासित करना “पहला” निर्वासन नहीं है और यह “आखिरी” भी नहीं होगा।
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